Nawada News: बिहार के नवादा जिले में होली के बाद कई ग्रामीणों की मौत के मामले में बुधौल चौकीदार के बाद अब नवादा नगर थानाध्यक्ष व उत्पाद एसआइ को भी निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के बाद प्रथम दृष्टया नकली शराब पीने से मौत की बात बतायी गयी है. हालांकि, विसरा और एफएसएल जांच के बाद ही इसकी पुष्टि होगी.
ग्रामीणों की मौत मामले में डीएम व एसपी ने कार्रवाई तेज करते हुए नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर तारकेश्वर नाथ तिवारी को सस्पेंड कर दिया. इसके पूर्व बुधौल गांव के चौकीदार विकास मिश्रा को निलंबित किया गया था. एसपी धूरत सायली सावलाराम ने बताया कि नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर तारकेश्वर नाथ तिवारी को निलंबित करने के बाद नगर थाना के एसआइ उमाशंकर को प्रभारी थानाध्यक्ष बनाया गया है. इधर, उत्पाद विभाग के सदर अंचल एसआइ नागेंद्र प्रसाद को भी कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है.
विशेष अधीक्षक मद्य निषेध बिहार कुमार अमित द्वारा जारी आदेश के आलोक में यह कार्रवाई की गयी है. जारी पत्र में कहा गया है कि शहरी क्षेत्र में नकली शराब सेवन के कारण विगत 31 मार्च व एक अप्रैल को घटित अप्रिय घटना की प्रारंभिक जांच में उत्पाद एसआइ नागेंद्र प्रसाद को दोषी पाया गया है.
इसको लेकर डीएम के प्रतिवेदन अनुसार, नागेंद्र प्रसाद द्वारा सरकारी दायित्व एवं कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरती गयी है. इसमें प्रथम दृष्टया उन्हें निलंबित किया गया है. उन्हें निलंबित अवधि में भागलपुर उपायुक्त मद्य निषेध कार्यालय में रहने का आदेश निर्गत किया गया है. साथ ही अलग से विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है.
गौरतलब हो कि होली में नगर थाना क्षेत्र के बुधौल, गोंदापुर, खरीदी बिगहा सहित आसपास के कई इलाकों में 16 लोगों की संदिग्ध मौत हो गयी. हालांकि इसमें प्रशासनिक स्तर पर 15 लोगों के ही मरने की पुष्टि की गयी है.
रविवार को एसपी धूरत सायली सावलाराम नगर थाना पहुंच कर शराब से जुड़े हर मामलों की बारीकी से जांच करने में दिनभर जुटी रहीं. वहीं, ग्रामीणों की मौत मामले में गांवों में की गयी छापेमारी को लेकर दर्ज सात प्राथमिकियों की समीक्षा करते हुए जब्त शराब को पटना लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा गया है.
Posted By: Utpal Kant