बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम हैं लोग, विभाग मौन

संसाधनों की कमी से जूझ रहा अस्पताल छह बेडवाले स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है करीब 30 हजार आबादी मेसकौर : सरकार ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है. लेकिन, अस्पतालों में डॉक्टरों व संसाधनों की कमी के चलते मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. अतिरिक्त प्राथमिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2017 12:18 PM
संसाधनों की कमी से जूझ रहा अस्पताल
छह बेडवाले स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है करीब 30 हजार आबादी
मेसकौर : सरकार ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है. लेकिन, अस्पतालों में डॉक्टरों व संसाधनों की कमी के चलते मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटघरा में कहने को दो डाॅक्टर कागज पर हैं, लेकिन अस्पताल में नहीं. डॉक्टर की कमी के चलते मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल रहा है. 6 बेड वाले इस स्वास्थ्य केंद्र से क्षेत्र की करीब 30 हजार की आबादी जुड़ी हुई है. यहां बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, इएनटी समेत ऐनेस्थिस्ट का पद सृजित है. लेकिन, इनमें से कोई विशेषज्ञ मौजूद नहीं हैं. इस कारण मरीजों को या तो जिला मुख्यालय या फिर प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है. इस अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी तो है ही साथ ही दवाओं का भी टोटा है. जानकारी के अनुसार, इन दिनों खुजली आदि के मरीज अधिक पहुंच रहे हैं.
लेकिन, अस्पताल में इससे जुड़ी दवाएं नहीं हैं. इस समय प्रखंड में धान रोपनी का समय है. मालिक से लेकर मजदूरों के पैरों में इस समय पानी लगने की बीमारी हो जाती है. यह इतनी भयंकर रोग है कि किसान ही बता सकते हैं. इसकी दवाई प्रखंड से लेकर जिले तक नहीं है. एक एएनएम बबिता कुमारी के सहारे चल रहा है. इस समस्या के बारे में प्रखंड चिकित्सा प्रभारी कहा कि क्षेत्र की यह समस्या गंभीर है. लेकिन, विभाग न तो डॉक्टर ही भेज रहा है और न ही दवाई.

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