बिजली के लिए ऑफिस घेरा

विरोध. सूख रहे खेत, धनरोपनी करना हुआ मुश्किल बारिश नहीं होने से फसल बरबाद होने की आशंका रजौली : बिजली की स्थिति बदतर हो गयी है. इसको लेकर गुरुवार को अमावां पूर्वी व पश्चिमी पंचायत के ग्रामीणों ने बिजली ऑफिस का घेराव किया. इससे पहले भी कई बार गांववालों द्वारा बिजली नहीं मिलने को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2017 10:28 AM
विरोध. सूख रहे खेत, धनरोपनी करना हुआ मुश्किल
बारिश नहीं होने से फसल बरबाद होने की आशंका
रजौली : बिजली की स्थिति बदतर हो गयी है. इसको लेकर गुरुवार को अमावां पूर्वी व पश्चिमी पंचायत के ग्रामीणों ने बिजली ऑफिस का घेराव किया. इससे पहले भी कई बार गांववालों द्वारा बिजली नहीं मिलने को लेकर हंगामा किया जा चुका है. बावजूद बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. बिजली कार्यालय का घेराव करने आये लोगों का कहना है कि क्षेत्र में 22 घंटे से बिजली नहीं है.
ऊमस भरी गर्मी में उपभोक्ताओं का जीना मुश्किल है. अमावां व लक्ष्मी बिगहा के छोटू सिंह, अवधेश कुमार, सुनील कुमार, रोशन राय आदि ने कहा कि बारिश नहीं होने से किसानों के खेत सूख रहे हैं. तैयार खेत पानी के अभाव में सूख रहे हैं
नियमित बिजली मिलती, तो किसी तरह पटवन किया जा सकता था. इसके कारण धनरोपनी बाधित हो रही है. इसी कारण से कुछ दिन पहले लेंगुरा पंचायत के ग्रामीणों द्वारा बिजली कार्यालय का घेराव किया गया था. अमावां, झिरझो व रजौली बाजार के ग्रामीणों का आरोप है कि कार्यालय में शिकायत करने आये ग्रामीणों से बिजली विभाग के पदाधिकारी बात करने तक को तैयार नहीं हैं.
घेराव करने आये रजौली पूर्वी पंचायत के झिरझो गांव के ग्रामीण कहते हैं कि गांव का ट्रांसफॉर्मर 10 दिनों से जला है. इसकी शिकायत अनुमंडल अधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समेत रजौली सबस्टेशन के कनीय अभियंता निशा प्रियदर्शी को भी दी गयी है.
बावजूद ट्रांसफॉर्मर को दुरुस्त नहीं किया गया. बिजली नहीं दिये जाने के कारण महीनों पहले ग्रामीणों ने बाजार बंद कर एनएच-31 को जाम किया था. ग्रामीणों का कहना है कि अगर बिजली विभाग का यही हाल रहेगा, तो ग्रामीण उपभोक्ता उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जायेंगे.

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