यात्रियों को खल रही ओवरब्रिज की कमी
हिसुआ : किऊल-गया रेलखंड के तिलैया जंक्शन पर अब तक ओवरब्रिज नहीं है़ इससे यात्रियों को परेशानी होती है़ हालांकि एक ओवरब्रिज बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इसके बन जाने से यात्रियों को एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने में सुविधा मिलेगी. ओवरब्रिज के खंभों का निर्माण हो गया है. सीढ़ी […]
हिसुआ : किऊल-गया रेलखंड के तिलैया जंक्शन पर अब तक ओवरब्रिज नहीं है़ इससे यात्रियों को परेशानी होती है़ हालांकि एक ओवरब्रिज बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इसके बन जाने से यात्रियों को एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने में सुविधा मिलेगी. ओवरब्रिज के खंभों का निर्माण हो गया है. सीढ़ी का काम चल रहा है.
छोटे-छोटे खंभे और सपोर्ट्स आदि बनने हैं. विदित हो कि जंक्शन बनने के छह-सात साल गुजर जाने के बाद यहां ब्रिज बनाने का काम शुरू हुआ है़ कोडरमा से रेललाइन जोड़ने का काम भी तेजी से चल रहा है. तिलैया जंक्शन के अलावा हिसुआ क्षेत्र में बिना गेट के एक दो-फाटकों पर ओवरब्रिज की जरूरत है. बौद्ध और पर्यटन क्षेत्र से हिसुआ- गया पथ के जुड़े होने की वजह से आवागमन खूब होती है. बैजनाथपुर गुमटी व हिसुआ गुरुचक रेलवे गुमटी पर ओवरब्रिज की जरूरत है.
पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने बैजनाथपुर गुमटी व गुरुचक रेलवे गुमटी के समीप ओवरब्रिज का शिलान्यास किया था़ लेकिन, अब तक निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ. रेल गुजरने के समय गुमटी बंद होने से आवागमन बाधित होता है. यहां वाहनों की कतार लग जाती है. किऊल-गया व तिलैया-राजगीर रेलखंड पर हिसुआ में कुल नौ रेलवे क्रासिंग हैं, जिसमें पांच जगहों पर ही गेट और गेटमैन की तैनाती है.