जाम हटाने के बजाय पुलिस ने वाहनों पर उतारा गुस्सा

जाम के दौरान पुलिस की कार्यशैली से लोगों में नाराजगी दो पहिया वाहनों को खींच कर ले गये बीच सड़क पर पकरीबरावां : बुधवार को प्रखंड मुख्यालय के मुख्य बाजार में महाजाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. दिन के 11 बजे से लगातार तीन बजे तक सड़क जाम रही़ बावजूद प्रशासनिक अधिकारी लोगों की मदद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2017 8:10 AM
जाम के दौरान पुलिस की कार्यशैली से लोगों में नाराजगी
दो पहिया वाहनों को खींच कर ले गये बीच सड़क पर
पकरीबरावां : बुधवार को प्रखंड मुख्यालय के मुख्य बाजार में महाजाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. दिन के 11 बजे से लगातार तीन बजे तक सड़क जाम रही़ बावजूद प्रशासनिक अधिकारी लोगों की मदद के लिए नहीं पहुंचे़ इस दौरान यात्रियों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा.
जाम में लोग स्थानीय प्रशासन को कोसते नजर आये. घंटों जाम के दौरान पकरीबरावां पुलिस का वाहन किसी काम से मुख्य मार्ग से गुजर रहा था़ जाम की स्थिति को देख पुलिस आग बबूला हो गयी. पहले, तो उतरते ही निर्दोषों पर जम कर लाठियां भांजीं. उससे भी रहा न गया, तो सड़क के किनारे लगे दो पहिया वाहनों पर अपना गुस्सा उतारा.
वाहन पर डंडे बरसाते रहे. तब भी न रहा गया, तो उसे घसीट कर बीच सड़क पर ले जाकर खड़ा कर दिया. जाम हटाने के बजाय बीच सड़क पर वाहन को लगा कर फिर से एक बार जाम की स्थिति उत्पन्न कर दी गयी. घटना के चश्मदीद गवाह रहे प्रखंड उपप्रमुख दिनेश सिंह ने स्थानीय प्रशासन को जम कर कोसा और कहा कि यह स्थानीय प्रशासन की मनमानी है. जाम हटाने की जगह वाहन में तोड़ फोड़ करना पुलिस के लिए निंदनीय है.
पुलिस लापरवाही कर निर्दोषों पर अपनी लाठियां भांजती हैं. मुख्यालय का यह स्थिति हमेशा रहता है. अंचल अधिकारी इस में कोई दिलचस्पी नहीं लेते हैं. जाम का सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण है. यह स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है.
स्थानीय प्रशासन अतिक्रमण हटाने में कोई दिलचस्पी नहीं लेते और जब जाम की स्थिति उत्पन्न होती है, तो सड़कों पर चलनेवाले राहगीरों से लेकर वाहनों पर अपना गुस्सा उतारते हैं. प्रखंड के कई नागरिकों ने जिला पदाधिकारी से मुख्यालय में ट्रैफिक पुलिस के लगाये जाने की मांग की है.

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