हाईस्कूल में ही बनेंगे डीएलएड के स्टडी सेंटर

जिले ने दोबारा 66 हाईस्कूलों की प्रस्तावित सूची एनआईओएस को भेजा नवादा नगर : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से डीएलएड करने वालों को स्टडी सेंटर बनने का इंतजार करना होगा. जिला से भेजी गई 103 प्रस्तावित स्टडी सेंटरों की सूची को एनआईओएस ने मान्यता नहीं दिया है. एनआईओएस के द्वारा दिये गये नये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2017 5:13 AM

जिले ने दोबारा 66 हाईस्कूलों की प्रस्तावित सूची एनआईओएस को भेजा

नवादा नगर : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से डीएलएड करने वालों को स्टडी सेंटर बनने का इंतजार करना होगा. जिला से भेजी गई 103 प्रस्तावित स्टडी सेंटरों की सूची को एनआईओएस ने मान्यता नहीं दिया है. एनआईओएस के द्वारा दिये गये नये निर्देशों के अनुसार हाई स्कूल से नीचे के संस्थानों में स्टडी सेंटर नहीं बनाये जायेगें. जिला शिक्षा विभाग के द्वारा पूर्व में 103 बीआरसी व सीआरसी स्कूलों की सूची संभावित डीएलएड स्टडी सेंटर बनाने के लिए दिया गया था.
डीएलएड करने वालों के लिए नये निर्देश के अनुसार हाई स्कूल से नीचे के संस्थान में स्टडी सेंटर नहीं बनना है. जिला से 66 हाई स्कूलों की सूची बनाकर शुक्रवार को एनआईओएस को भेजी गई है. एमआईएस संभाग प्रभारी प्रमोद कुमार ने कहा कि विभाग के द्वारा नये प्रफार्मा के तहत सूची मांगा गया है इसमें स्कूल के नाम, प्रभारी का नाम, मोबाईल नंबर, क्लासरूम की संख्या, हॉल की संख्या के साथ फैकल्टी आदि की जानकारी भी भरकर दिया गया है.
एनआईओएस के द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार प्रति अध्ययन केंद्र पर एक सौ शिक्षार्थियों के दो इकाई बनाकर कुल दो सौ शिक्षार्थियों को नामित किया जायेगा. प्रति एक सौ शिक्षार्थी पर एक समन्वयक और चार विशेषज्ञ बनाये जायेगें. शिक्षा विभाग के द्वारा एनआईओएस से डीएलएड करने वाले शिक्षार्थियों को स्पष्ट जानकारी नहीं दिये जाने के कारण परेशानी व उहापोह की स्थिति बनी हुई है. नई प्रस्तावित सूची भेजे जाने के बाद शिक्षार्थियों को नये आदेश और निर्देश का अभी इंतजार करना होगा.
वायरल हो रहे ऑडियो से झांकता सार्वजनिक चेहरा!
ऑडियो में एक प्रेमी युगल के बीच की हैं अंतरंग बातें
लोग ऑडियो की आवाज से सहमत, पर दावा नहीं करते
नवादा़ पिछले गुरुवार से सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हो रहा है. यह एक प्रेमी युगल के रिश्तों की अंतरंगता को बयां करता है. लोग बड़े गंभीरता से इसे सुन रहे हैं. आवाज को समझने का प्रयास कर रहे हैं. लोग एक नतीजे तक भी पहुंचते हैं, पर इसके सोशल मीडिया पर होने के कारण अपने दावे को पुख्ता नहीं कर रहे हैं.ऑडियो में जो आवाजें हैं वह न सिर्फ दोनों के रिश्ते की स्वीकारोक्ति है, बल्कि एक नये जीवन के सूत्रधार होने के अपने दावों की पुष्टि भी करता है.
ऑडियो में महिला व पुरुष इस बात को स्वीकारते हैं कि इनके यौन संबंधों की परिणति के रूप में उपजा नन्हा शिशु इन दोनों के जैसा ही है. इसे लेकर सबसे बड़ी बात जो सामने आ रही है वह यह है कि पुरुष आवाज को जिले के लोग हजारों बार सार्वजनिक मंचों से सुनते रहे हैं. वायरल हो रहे ऑडियो में यही आवाज सुनायी पड़ती है. इसे लेकर जिले में हंगामा मचा है.कई लोग इस आवाज के दीवाने हैं. वह दावे के साथ कहते हैं कि यह आवाज अमूक व्यक्ति की है. इस ऑडियो ने जिले के राजनीतिक गलियारे को रंग दिया है.साथ ही प्रशासनिक महकमे को सक्रिय कर दिया है.
शुक्रवार को इस वायरल ऑडियो की चर्चा प्रदेश और देश की राजधानी तक जा पहुंची है.अब तक इस ऑडियो की किसी ने पुष्टि नहीं की है.बहरहाल आवाज की तिलिस्म बरकरार है. इस संबंध में सार्वजनिक जीवन जीने वाले कई लोगों से बातें हुई. सबने कहा कि ऑडियो की आवाज अगर सही है, तो यह सार्वजनिक जीवन के लिये कलंक है.ऐसे मामलों में साइबर तकनीक का सहारा लेकर इसकी सच्चाई उजागर होनी चाहिए. पुलिस को इसकी तह तक पहुंचनी होगी. वायरल करने वाले को दंडित करना होगा. वैसे लोग मानते हैं सार्वजनिक जीवन में चरित्र और चेहरा दोनों ही सार्वजनिक होते हैं.

Next Article

Exit mobile version