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सर्द पछुआ हवा ने बढ़ा दी कनकनी

ठंड बढ़ने के साथ ही मरीजों की संख्या बढ़ी वारिसलीगंज : पिछले तीन दिनों से चल रही पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दिया है. सर्द हवा चलने के कारण वातावरण में सिहरन व कनकनी बढ़ गयी है. दिन के 10 बजे तक आसमान में कोहरे छाये रहने व तेज पछुआ हवा के कारण लोगों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2017 8:25 AM
ठंड बढ़ने के साथ ही मरीजों की संख्या बढ़ी
वारिसलीगंज : पिछले तीन दिनों से चल रही पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दिया है. सर्द हवा चलने के कारण वातावरण में सिहरन व कनकनी बढ़ गयी है. दिन के 10 बजे तक आसमान में कोहरे छाये रहने व तेज पछुआ हवा के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. सर्द हवा व कुहासे से बढ़ी ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है.
चिकित्सकों का कहना है कि ठंड का कहर अभी आगे भी जारी रहेगा. ऐसे में इससे बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है. खासकर नवजात बच्चों व बूढ़े व्यक्तियों को ठंड से ज्यादा परहेज करने की जरूरत है. किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर चिकित्सकों से अभिलंब सलाह व इलाज कराना चाहिए.
बच्चे नहीं जाना चाह रहे स्कूल : पिछले तीन दिनों से बढ़ी ठंड के कारण सुबह में बच्चे स्कूल या कोचिंग जाने से हिचक रहे हैं. पहले तो बच्चे बेड छोड़ना ही नहीं चाहते. किसी तरह दबाव में अगर बेड छोड़े, तो स्कूल भेजना परिजनों के लिए काफी मशक्कत भरा काम है.
अलाव की व्यवस्था नहीं : ठंड को देखते हुए प्रशासन द्वारा शहर के चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है. इससे खासकर गरीब तबके के लोग ठंड से ठिठुरते नजर आ रहे हैं. लोगों को यह कहते सुना जा रहा है कि प्रशासन समय पर अलाव की व्यवस्था नहीं कर गरीबों के साथ अन्याय करता है.अविलंब अलाव की व्यवस्था करने की मांग प्रशासन से असहाय लोगों ने की है.
ठंड का बढ़ना बेहद जरूरी : किसानों का कहना है कि ठंड का बढ़ना बेहद जरूरी था.ठंड नहीं रहने से गेहूं, मसुर व चना आदि फसल की वृद्धि न के बराबर हो रही थी. ठंड बढ़ने से फसल का विकास होना लाजिमी है. इससे किसानों में खुशी देखी जा रही है.

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