”आधार” का अत्याचार हो बंद

प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का फूंका पुतला नवादा : शुक्रवार को अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा की ओर से समाहरणालय के नजदीक रैन बसेरे में आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त करने को लेकर धरना दिया गया. धरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. इस कार्यक्रम को संबोधित करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2018 6:14 AM

प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का फूंका पुतला

नवादा : शुक्रवार को अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा की ओर से समाहरणालय के नजदीक रैन बसेरे में आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त करने को लेकर धरना दिया गया. धरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव नरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आधार कार्ड सरकार और कॉरपोरेट कंपनियों के हाथों लोगों को वंचित करने और उनकी निगरानी करने उनकी निजता का उल्लंघन करने का एक औजार बन चुका है. हर दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. इनमें गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.
आधार के बहाने उन्हें खाद्य, राशन, स्वास्थ्य सेवा, वृद्धावस्था पेंशन, मनरेगा में काम और वेतन देने से इनकार किया जा रहा है. कारण इन अधिकारों एवं बुनियादी सेवाओं को आधार से जोड़ दिया गया है. इस तरह वंचित किये जाने के चलते समूचे देश में गरीब नागरिकों को मौत के मुंह में जाना पड़ रहा है. आधार कार्ड में गलतियां हाथों की उंगलियों के चिह्न मिट जाने के चलते आ रही हैं. बायोमीटरिक द्वारा की जानेवाली गड़बड़ियों के चलते उनके जीवन का आधार छीन जाने का खतरा सामने आ गया है. आधार का यह अत्याचार बंद होना ही चाहिए.12 जनवरी को जन आंदोलनकारी समूह द्वारा आधार के खिलाफ देशव्यापी प्रतिवाद अभियान चलाया गया है. इस कार्यक्रम में अनिल कुमार मेहता, किशोरी प्रसाद, मेवालाल राजवंशी, श्याम देव विश्वकर्मा, सुदामा देवी, सावित्री देवी, दिलीप कुमार, विजय मांझी, अर्जुन पासवान, सुधीर राजवंशी समेत कई लोग उपस्थित थे.

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