बिहार : अबरक माइंस में चाल धंसा 10 लोगों की मौत की आशंका, माफियाओं ने शवों को लगा दिया ठिकाने

रजौली (नवादा) : सवैयाटांड़ पंचायत में चल रही अवैध शारदा अबरक माइंस में शुक्रवार की सुबह चाल धंसने से लगभग आठ से 10 मजदूरों के मरने की खबर पूरे दिन सुर्खियों में रही. अधिकारिक सूत्रों से इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है. बताया जाता है कि शारदा माइंस पर खनन का कार्य महेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2018 6:45 AM
रजौली (नवादा) : सवैयाटांड़ पंचायत में चल रही अवैध शारदा अबरक माइंस में शुक्रवार की सुबह चाल धंसने से लगभग आठ से 10 मजदूरों के मरने की खबर पूरे दिन सुर्खियों में रही. अधिकारिक सूत्रों से इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है. बताया जाता है कि शारदा माइंस पर खनन का कार्य महेश राय के भाई आनंद राय द्वारा कराया जा रहा था.
खुदाई कार्य करते समय चाल धंस गयी. इससे उसके अंदर कार्य कर रहे लगभग 20 से 25 मजदूरों के दबे होने की सूचना मिली. अफवाह फैली कि 10 मजदूर दब कर मर गये हैं. यहां 50 से सौ फुट अंदर जाकर खुदायी की जाती है. अक्सर यहां घटनाएं होती हैं. लोगों ने यहां तक कहा कि चाल में दबे मजदूरों में से चार की लाशें निकाली गयी हैं, जिसे माफियाओं ने ठिकाने लगा दिया. खुदाई में लगे दो लोगों को घायलावस्था में निकाला गया है, जिन्हें झारखंड के तिलैया के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. माइंस पर काम कर रहे सभी मजदूर झारखंड के चतरा जिले के बताये जा रहे हैं.
सूचना मिलने के घंटों बाद तक पुलिस नहीं पहुंच सकी थी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही लाश को ठिकाने लगा दिया. जितनी खुदाई कर शव को निकाल सके निकाला, बाकी को उसी चाल में दफन कर दिया. इतना ही नहीं, घायलों को निजी व सुरक्षित नर्सिंग होम में शिफ्ट करा दिया. ज्ञात हो कि रजौली मुख्यालय से सवैयाटांड़ पंचायत की दूरी 60 से 70 किमी है. झारखंड के कोडरमा होकर वहां जाना पड़ता है. इसके कारण पुलिस को वहां पहुंचने में देर हो जाती है. माफियाओं को मजदूरों की लाशों को ठिकाने लगाने के लिए इतना समय काफी है. कुछ साल पहले सपही में पुलिस पिकेट भी हुआ करती थी.
तब माफियाओं की वहां नहीं चलती थी,लेकिन जबसे नक्सलियों ने पुलिस पिकेट को बम से उड़ा दिया.तब से शारदा माइंस समेत दर्जनों अबरक माइंस पर झारखंड व बिहार के दर्जनों माफियाओं के द्वारा खनन का काम किया जा रहा है. घटना के बाद अभियान एएसपी अभियान कुमार आलोक के निर्देश पर पहुंचे थानाध्यक्ष अवधेश कुमार व एसएसबी के 29वीं बटालियन की टीम शारदा माइंस पर पहुंच कर खाक छानती रही.थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने कहा कि यहां चाल धंसने जैसा कोई साक्ष्य नहीं दिखा. मजदूरों को चाल में ही दफन करने की बात पर उन्होंने कहा कि जांच हो रही है, कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version