डस्टबीन के कचरे उठाने के एवज में की जायेगी वसूली

नवादा : नगर पर्षद में शहरवासियों को पूर्व से निर्धारित सफाई का लाभ तो आज तक समुचित ढंग से नहीं दिया गया, लेकिन अब फिर से अतिरिक्त वसूली के लिए नयी योजना तैयार कर ली गयी है. हर घर को अब नगर पर्षद डस्टबीन देगी और उसके कचरे को उठने के एवज में हर माह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2018 6:51 AM

नवादा : नगर पर्षद में शहरवासियों को पूर्व से निर्धारित सफाई का लाभ तो आज तक समुचित ढंग से नहीं दिया गया, लेकिन अब फिर से अतिरिक्त वसूली के लिए नयी योजना तैयार कर ली गयी है. हर घर को अब नगर पर्षद डस्टबीन देगी और उसके कचरे को उठने के एवज में हर माह सौ रुपये की वसूली भी करेगी. दुर्भाग्य की बात तो यह है कि पहले नप शहर की समुचित सफाई करने में पूरी तरह से अपनी सक्षमता तो दिखाये, फिर घर-घर जाकर कचरा उठाने की सोचे. लाखों की राशि से नप के एक से 16 वार्ड की सफाई का जिम्मा एक एजेंसी को दिया गया, जिसके कार्यों से शहरवासी ही नहीं नप सदस्य भी असंतुष्ट हैं.

बावजूद एजेंसी से काम लिया जा रहा है. कार्रवाई व शो काउज होने की बातों को कह कर विभाग अपनी जिम्मेदारी से बचता आ रहा है. लेकिन, इस जुमलेबाजी भला नप कब तक बच सकती है. बंदरबाट के सहारे एजेंसी का काम चल जा रहा है. सरकार ने जब गीला कचरा और सूखा कचरा संग्रह का स्कीम लागू किया, तो नप इसमें भी अपना स्वार्थ शामिल कर दिया. एक बार डस्टबीन देने के बाद नप हर महीने प्रत्येक घरों से सौ-सौ रुपये वसूलेगी. जबकि लोगों के घरों का कचरा अन्य दिनों की तरह कूड़ेदान तक पहुंच ही जा रही है. उसमें रुपये देने नहीं पड़ रहे हैं, लेकिन जब नप का डस्टबीन मिलेगा तो सौ रुपये महीना देना अनिवार्य हो जायेगा.

सफाई की नयी व्यवस्था : सरकार ने अपने पत्र में नप को लिखा कि 30 जून तक डस्टबीन योजना को हर हाल में लागू कर देना है. इसमें छह बिंदुओं पर निर्देश दिया गया है. डोर-टू-डोर कचरा प्रबंधन, कचरा संग्रहण के लिये उपकरणों का क्रय, कचरे के प्रबंधन के लिये लैंडफिल साइट का क्रय करना, कचरे से कम्पोस्ट या बिजली बनाने की योजना में सहायता, नालों की उड़ाही, सफाई एवं सुदृढ़ीकरण, सार्वजनिक स्थलों पर सफाई की विशेष व्यवस्था करने के लिये मानव बल उपलब्ध कराने को कहा गया है. हालांकि सरकार की यह योजना पूरे राज्य के लिये है, पर नवादा में इसका कितना पालन हो रहा है इस पर नगर विकास विभाग को जांच करने की जरूरत है.
सफाई के प्रति हों जागरूक : आमलोगों को सफाई के नाम पर उगाही के लिये जागरूक होना अत्यंत जरूरी हो गया है. पहले तो नप घर के रसीद कटाने के समय सभी कर जोड़कर ले लिया करता था, जिसमें नाली व कचरा सफाई भी शामिल रहता है. लेकिन अब उसी कचरा के लिये अतिरिक्त राशि वसूली का कानून बन गया है. ऐसे में शहर की सफाई में कोताही बरतने वाले इस नगर परिषद के प्रति लोगों को सख्त होना भी जरूरी हो गया है. सफाई में को कोताही बरतने पर शहरवासी को अब हिसाब लेने का पूरा अधिकार हो गया है.
क्या कहती हैं चेयरमैन
एजेंसी के कामों से संतुष्ट नहीं हैं. इसके लिये कार्रवाई की पूरी तैयारी विभाग कर चुका है. ईद के बाद इस पर विभागीय निर्णय लिया जायेगा. नप अपने स्तर से नाली उगाही का काम बरसात आने से पहले कर लेगी. इसके अलावा डस्टबीन योजना में हर घर से कचरा उठाने को लेकर डस्टबीन लगाया जाना है, जो डोर-टू-डोर होगा. इसमें हर माह सौ रुपये देने होंगे, जिससे नप अपना विकास कार्य कर सके.
पूनम कुमारी, नगर पर्षद अध्यक्ष नवादा
शहर में अन्य जिलों की तरह सफाई नहीं
शहर में अन्य जिलों की तरह सफाई की व्यवस्था नहीं हो सकी है. जिस डस्टबीन की बात की जा रही है उस डस्टबीन को सबसे पहले शहर के विभिन्न इलाकों में लगना चाहिए था. लेकिन, यहां तो लोगों से किसी तरह राशि उगाही करने की मंशा बनी हुई है. इससे हर माह नप को लाखों की कमाई होना तय है. कुल मिला कर शहरवासियों को सफाई के नाम पर अतिरिक्त राशि व्यय करने का बोझ मिल गया है. हालांकि नप नाली सहित साफ-सफाई का टैक्स मकान का रसीद काटने के समय एक साल तक का ले लेती है. इसके बाद फिर से सफाई के नाम अतिरिक्त वसूली की जायेगी.
दो करोड़ 21 लाख की होगी अतिरिक्त कमाई
नगर पर्षद के लिये यहां की जनता अब आय का साधन बन गयी है. पहले से कुछ हुआ नहीं और अब सफाई की नयी स्कीम में हर साल दो करोड़ 21 लाख 77 हजार दो सौ रुपये की अतिरिक्त कमाई की योजना बना ली गयी है.

Next Article

Exit mobile version