नवादा : बिहार के नवादा में पिछले दिनों नगर थाना पुलिस द्वारा बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जितू की गिरफ्तारी के बाद विरोध कर रहे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया बर्बरता पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जिला प्रशासन को आड़े हाथ लिया. उन्होंने शनिवार सुबह इस मामले में नवादा जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री ने इन दोनों संगठनों के नेताओं कैलाश विश्वकर्मा और जितेंद्र प्रताप जीतू सहित आधा दर्जन कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उपद्रव फैलाने के आरोप में जिन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, वह एकतरफा कार्रवाई का प्रमाण है.
केंद्रीय मंत्री ने प्रशासन व सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेजा जा रहा है. प्रशासन के मन में यह बात घर कर गया है कि बहुसंख्यक हिंदुओं को दबा देने से कम्युनल हारमोनी की स्थिति मजबूत हो जायेगी. जेल में बंद हिंदू कार्यकर्ताओं के पक्ष में गिरिराज सिंह ने कहा कि ये नेता नवादा में पिछले एक साल में हुए सांप्रदायिक तनाव के दौरान शांति व्यवस्था बहाल करने में बड़ी भूमिका अदा की है. इसकी मिसाल रक्तदान से मिलता है. लेकिन, इनको पुलिस ने गलत तरीके से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है. उन्होंने कहा की पिछले वर्ष रामनवमी और उसके कुछ दिनों के बाद मूर्ति तोड़े जाने को लेकर नवादा में हिंसा की घटनाएं हुईं और माहौल को शांत करने के लिए बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के इन कार्यकर्ताओं ने जो भूमिका निभायी, वह तारीफ के काबिल है. लेकिन, पुलिस ने उलटा इन्हीं को गलत मामलों में फंसा कर गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
प्रशासन हर मामले को देखे
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ जो कार्रवाई हुई है, वह हिंदुओं को उकसाने वाली है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रशासन यह सोचता है कि सांप्रदायिक सौहार्द तभी स्थापित होगा जब हिंदुओं को दबाया और अपमानित किया जायेगा. जेल में बंद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं से हुई अपनी मुलाकात पर गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्होंने बकायदा जेल आईजी और नवादा जिलाधिकारी को सूचित करने के बाद यह मुलाकात की है. उन्होंने नवादा के धमौल, रजौली, अकबरपुर की घटनाओं की भी चर्चा की और कहा कि प्रशासन हर मामले को देखे.