हादसा टला : जगह नहीं होने पर बस पर नही चढ़ पाये बंजारे, बस के इंतजार में फटा पोटली में रखा बम
नवादा :बिहार-झारखंड सीमा पर नवादा जिले की रजौली स्थित महादेव मोड़ के पास भीषण बम विस्फोट में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. घायलों को स्थानीय पीएससी तथा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें गंभीर रूप से घायल एक युवक को पटना रेफर किया गया है. इस घटना को लेकर पूरे […]
नवादा :बिहार-झारखंड सीमा पर नवादा जिले की रजौली स्थित महादेव मोड़ के पास भीषण बम विस्फोट में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. घायलों को स्थानीय पीएससी तथा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें गंभीर रूप से घायल एक युवक को पटना रेफर किया गया है. इस घटना को लेकर पूरे इलाके में दहशत है. मामले की छानबीन में पुलिस जुट गयी है.
Bihar: Five people injured in an explosion at a makeshift traditional medicine shop in Nawada district's Rajauli, police investigation underway
— ANI (@ANI) November 17, 2018
घटना के संबंध में बताया जाता है कि रजौली के जंगली इलाकों में रह रहे बंजारों की टीम शनिवार को कोडरमा जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान कोडरमा की ओर जा रही एक अरमान बस पर बंजारे चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन जगह नहीं रहने के कारण उन्हें उतार दिया गया. बस से उतारे जाने के बाद दूसरे बस के इंतजार में महादेव मोड़ के समीप एक चबूतरा पर सभी बंजारे बैठे थे. तभी उनकी पोटली में बम विस्फोट हो गया. इससे वहां पर मौजूद आधे दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इन लोगों द्वारा बस पर सवार नहीं होने से बस के यात्री बाल-बाल बच गये. बम के संबंध में साफ तौर से कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं है. हालांकि, स्थानीय पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट चुकी है. उनके पास रहे आधार कार्ड का भी जांच किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि सभी बंजारे मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहनेवाले हैं.
इधर एएसपी नक्सल अभियान कुमार आलोक ने बताया कि मामले की पूरी तरह से पुष्टि की जा रही है. उनके पास रहे विस्फोटक कैसे आया इसकी पड़ताल की जा रही है. गौरतलब हो कि इस घटना के बाद तीन लोगों को सदर अस्पताल भेजा गया, जिनमें से एक घायल को पटना रेफर कर दिया गया है. इसके अलावा रजौली पीएससी में एक घायल का इलाज चल रहा है तथा अन्य घायल डर से भाग गये हैं.
घायलों में 12 वर्षीय आर्या कुमार पिता छतेह सिंह, छह वर्षीय मेजर साव उर्फ बैकलोट पिता अंगरेज सिंह, छह वर्षीया बरपीका कुमारी पिता उज्जवल सिंह, सभी को पटना रेफर कर दिया गया है. ये लोग मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के पन्ना के रहनेवाले हैं.