नवादा : अबरक की अवैध खदान में चाल धंसा, चार की मौत

बनीसपही के खनन माफिया चला रहे थे अबरक खदान रजौली की सवैयाटांड़ पंचायत स्थित अबरक की खदान की घटना रजौली (नवादा) : रजौली प्रखंड की सवैयाटांड़ पंचायत में ललकी माइंस से अवैध रूप से चल रहे अबरक खदान में शुक्रवार की शाम चाल धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गयी, जबकि दर्जन भर मजदूर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2019 5:43 AM
बनीसपही के खनन माफिया चला रहे थे अबरक खदान
रजौली की सवैयाटांड़ पंचायत स्थित अबरक की खदान की घटना
रजौली (नवादा) : रजौली प्रखंड की सवैयाटांड़ पंचायत में ललकी माइंस से अवैध रूप से चल रहे अबरक खदान में शुक्रवार की शाम चाल धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गयी, जबकि दर्जन भर मजदूर घायल हो गये. चाल धंसने के बाद सपही के अबरक माफियाओं ने घायल मजदूरों को कोडरमा के निजी नर्सिंग होमों में भर्ती कराया, जहां कई की हालत चिंताजनक बनी हुई है.
घटना की सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी मामले की जांच की. खदान में काम करनेवाले सभी मजदूर बिहार व झारखंड के हैं. चारों मृतक मजदूर झारखंड के कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के बताये जाते हैं. चाल धंसने से मजदूरों की मौत के बाद उनके शवों को अबरक माफियाओं द्वारा गायब कर दिया गया है.
माफियाओं ने मृतक व घायल मजदूरों के परिजनों को अपना मुंह बंद रखने की धमकी दी है. मृत मजदूर झारखंड के कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के बताये जाते हैं. गौरतलब है कि सवैयाटांड़ पंचायत में बाराटांड़, चटकरी, फगुनी, टोपा पहाड़ी, ललकी जैसे दर्जनों माइंस पर अवैध खनन का काम चलता है.
खदानों से अबरक को निकाल कर इन्हीं रास्तों से कोडरमा के बाजार में बेचा जाता है. अवैध रूप से संचालित माइंस में काम करने के लिए मजदूरों को दो सौ से ढाई सौ फुट गहरी सुरंगों में जाना पड़ता है. अवैध रूप से खनन कर रहे कारोबारियों द्वारा दक्ष लोगों को विस्फोटक को विस्फोट करने के लिए नहीं लगाया जाता है. इस कारण कई बार हादसों के शिकार मजदूरों को होना पड़ा है.

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