नवादा : शहर के हाट पर संचालित एक नर्सिंग होम में डॉक्टर और उसके संचालक की हरकत ने भगवान कहे जानेवाले डॉक्टर के नाम को ही कलंकित कर दिया. इलाज के लिए आयी एक महिला के साथ चिकित्सक ने जब अमर्यादित व्यवहार करते हुए बंद कमरे में छेड़छाड़ की, तो इसकी सूचना वहां से किसी तरह भाग कर आयी महिला ने अपने परिजनों को दी. इसके बाद परिजनों द्वारा विरोध किये जाने पर नर्सिंग होम के कर्मियों के गुर्गों ने विरोध कर रहे रोगी के परिजनों को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. इस घटना को लेकर नगर थाने में पीड़िता द्वारा कांड संख्या 491/19 दर्ज कराया गया है, जिसमें नर्सिंग होम के संचालक शिशुपाल सिंह और वहां के चिकित्सक डॉ संजीत कुमार सहित नर्सिंग होम के कर्मियों को अभियुक्त बनाया गया है.
बताया जाता है कि बुधवार को उक्त मोहल्ला स्थित मां सेवा सदन नामक नर्सिंग होम में गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के रिउला गांव निवासी सुभाष सिंह की पत्नी इलाज कराने के लिए आयी थी. पीड़िता अपने मायके नारदीगंज थाना क्षेत्र के काजी बिगहा गांव से मां और भाई के साथ इलाज कराने के लिए पहुंची थी, जिसको लेकर नर्सिंग होम में 3100 रुपये बतौर इलाज के लिए राशि जमा की. इसके बाद महिला को वहां के चिकित्सक डॉ संजीत कुमार ने चेंबर में अकेले बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ की. इससे बौखलायी महिला जब चेंबर से भाग कर बाहर आयी और अपनी मां और भाई को बताया. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस घटना में नर्सिंग होम संचालक शिशुपाल सिंह का भी हाथ बताया जा रहा है. घटना को बढ़ता देख नर्सिंग होम के कर्मियों ने हंगामा कर रहे महिला रोगी के परिजनों को लाठी और रॅड से मार कर अधमरा कर दिया, जिस के बाद हंगामा की सूचना पर पहुंची नगर थाने की पुलिस ने महिला की मां को घायल अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. बताया जाता है कि पीड़िता की मां विचित्री देवी को मारपीट कर अधमरा कर दिया गया था. पीड़िता के भाई के साथ भी जमकर मारपीट की गयी.
कार्रवाई में जुटी पुलिस
महिला मरीज के साथ हुए छेड़छाड़ के मामले को लेकर एफआईआर दर्ज होने के साथ ही पुलिस जांच में जुट गयी है. इस मामले के अनुसंधानकर्ता एसआई दिलीप सिंह ने बताया कि जो लिखित आवेदन दिया गया है और घटनास्थल पर जो बातें सामने आयी हैं, उसमें नर्सिंग होम के संचालक शिशुपाल सिंह और चिकित्सक डॅा संजीत कुमार चौधरी सहित वहां के सभी कर्मियों को अभियुक्त बनाया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जायेगा. पुलिस ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है.
ब्लैकलिस्टेड है नर्सिंग होम, नहीं हो सकी अब तक कार्रवाई
शहर के हाट पर एक महिला मरीज के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना कोई नयी नहीं है. इस नर्सिंग होम के बारे में बताया जा रहा है कि यह वर्षों से अवैध रूप से संचालित है. नर्सिंग होम एक्ट के तहत इस नर्सिंग होम को ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका है. बावजूद विभागीय मिलीभगत से यह अवैध रूप से संचालित हो रहा है. यहां वर्ष 2015 के मई में भी एक मरीज की मौत हो चुकी है, जिसका मामला अब तक चल रहा है. इतना ही नहीं, इस घटना के बाद उक्त नर्सिंग होम के बारे में चर्चा है कि यहां हर दिन शाम होते ही शराब का अड्डा बन जाता है और अय्याशी की जाती है.