बाइक सवार से उचक्के ने उड़ाये 45 हजार रुपये

साराम कार्यालय : नगरपालिका अधिनियम 2007 के नियमों के अनुसार, किसी नगर निकाय की सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर अविश्वास का प्रस्ताव आ सकता है. इस नियम के आलोक में सासाराम नगर पर्षद की कंचन सरकार के दो वर्ष की मियाद नौ जून को पूरी हो गयी है. मियाद पूरा होते ही विपक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2019 7:05 AM

साराम कार्यालय : नगरपालिका अधिनियम 2007 के नियमों के अनुसार, किसी नगर निकाय की सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर अविश्वास का प्रस्ताव आ सकता है. इस नियम के आलोक में सासाराम नगर पर्षद की कंचन सरकार के दो वर्ष की मियाद नौ जून को पूरी हो गयी है. मियाद पूरा होते ही विपक्ष मुखर हो गया है. विपक्ष की नेता पूनम सिंह ने मुख्य पार्षद कंचन देवी पर अक्षमता का आरोप लगाया है.

जारी विज्ञप्ति में श्रीमति सिंह ने कहा है कि मुख्य पार्षद के लालच व स्वार्थ के कारण शहर की स्थिति नारकीय बनी हुई है. इस भीषण गर्मी में कई मुहल्लों में जलजमाव है, तो कई मुहल्लों में पीने का पानी के लिए लोग परेशान हो रहे है. आलम यह है कि बोर्ड में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों के अनुपालन में मुख्य पार्षद विफल साबित हुई है. इनका ज्यादा समय कार्यपालक पदाधिकारियों से झगड़ने में बित रहा है. जिसके कारण शहर की सफाई भी नहीं हो पा रही है.
श्रीमति सिंह ने कहा है कि चंद दिनों में बारिश शुरू होने वाली है. पिछले साल नालों की सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये थे. आज आलम है कि अब तक नालों की सफाई का कार्य शुरू भी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा है कि दो वर्ष पहले मुख्य पार्षद को 40 में से 36 पार्षदों का समर्थन मिला था. बहुमत की सरकार रहते हुए भी शहर का विकास नहीं हो सका. जिसके कारण आमजनों के साथ पार्षदों की गरीमा खराब हुई है. अधिकतर पार्षद इन्हें कुर्सी पर रहने देना नहीं चाहते. वे नये मुख्य पार्षद के नेतृत्व में शहर के विकास के लिए सहयोग करने को तैयार हैं.
विपक्ष के आरोप में नहीं है दम
हम नि:स्वार्थ भाव से शहर की सेवा में लगे हैं. विपक्ष के कुछ लोगों के कारण ही कार्य बाधित हुआ है. नगर पर्षद की कार्यपालक पदाधिकारी विपक्ष की बातें सुन रही हैं. आज आलम यह है कि कचरा उठाव के अधिकतर वाहन मरम्मत के अभाव में बेकार पड़े हैं. मेरे कहने के बावजूद उसकी मरम्मत नहीं हो रही है. उक्त बातें मुख्य पार्षद कंचन देवी ने कही. उन्होंने कहा कि नगर सरकार का काम निर्णय लेना है, उसका अनुपालन करना कार्यपालक पदाधिकारी का काम है.
नालों की सफाई, वाहनों की मरम्मत आदि के लिए निर्देश दिया जा चुका है. इसके बावजूद ईओ काम नहीं कर रही हैं. उन्हें हटाने के लिए उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया गया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष मुगालते में नहीं रहे. हमें पूर्ण विश्वास है कि कल तक जो पार्षद मेरे समर्थन में थे, वे आज भी मेरे साथ हैं और कल भी रहेंगे. चंद लोगों के कारण शहर को बर्बाद होने नहीं दिया जायेगा.

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