हड़ताल को लेकर यातायात व्यवस्था रही अस्त-व्यस्त

नवादा : कथित रंगदारी व घूसखोरी के खिलाफ ई-रिक्शा चालकों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की. शहर में ई-रिक्शा चालकों के हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला. सुबह से ही सड़कों से ई-रिक्शा नहीं दिखे. शहर में लोकल परिवहन का एक मात्र साधन ई-रिक्शा के नहीं चलने से लोगों को खूब परेशानी हुई. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2019 7:08 AM

नवादा : कथित रंगदारी व घूसखोरी के खिलाफ ई-रिक्शा चालकों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की. शहर में ई-रिक्शा चालकों के हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला. सुबह से ही सड़कों से ई-रिक्शा नहीं दिखे. शहर में लोकल परिवहन का एक मात्र साधन ई-रिक्शा के नहीं चलने से लोगों को खूब परेशानी हुई. रेलवे स्टेशन व बस स्टैंडों से लोगों को हाथों में बैग व अटैची लेेकर भटकते देखा गया. हड़ताल से सबसे अधिक महिलाओं व बच्चों को परेशानी हुई. उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए पैदल का सहारा लेना पड़ा.

समाहरणालय के पास बैठक कर जताया विरोध : समाहरणालय के निकट ई-रिक्शा चालक एकत्रित हुए और अपनी मांगों के समर्थन में चर्चा किया. आंदोलन को सफल बनाने के लिए एक कमेटी भी बनायी गयी है. मौके पर कमेटी के अध्यक्ष सह मिथिलेश पांडेय, उपाध्यक्ष मोहम्मद अरमान खान, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार, सचिव गौरी, शैलेंद्र यादव, संजय सिंह, वीरेंद्र, सूरज कुमार, असलम खान, इनाम खान, राजकुमार यादव, सर्वेश कुमार यादव व चौधरी जी मौजूद थे.
घूसखोरी व नाजायज वसूली के खिलाफ हड़ताल
पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग के द्वारा ली जानेवाली घूसखोरी व रंगदारों द्वारा मनमानी वसूली के खिलाफ यह हड़ताल शुरू किया गया है. संघ के अध्यक्ष मिथिलेश पांडेय ने बताया कि शहर में बार-बार लाइसेंस व अन्य कागजात के नाम पर मनमानी रुपये वसूले जाते हैं. इसके अलावे लाइसेंस व अन्य कागजात बनाने के लिए घूसखोरी के रूप में सात से आठ हजार रुपये मांगे जाते हैं. इतना ही नहीं, शहर के तीन नंबर बस स्टैंड, भगत सिंह चौक, पार नवादा, रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों के पास रंगदारों के द्वारा 10 से 20 रुपये की वसूली की जाती है.

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