नगर पर्षद ठोस कचरा प्रबंधन से खाद बनाने की बना रही योजना

नवादा नगर : बिहार नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल का असर अपने शहर में अगस्त के पहले सप्ताह से दिखने लगेगा. शहर की गहन सफाई के लिए प्लान और नियम बदले जा रहे हैं. कचरे के निष्पादन के इंतजाम 33 वार्डों को 11-11 वार्डों के कलस्टरों में बांट कर किया गया है. जमा होनेवाले कचरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2019 8:55 AM

नवादा नगर : बिहार नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल का असर अपने शहर में अगस्त के पहले सप्ताह से दिखने लगेगा. शहर की गहन सफाई के लिए प्लान और नियम बदले जा रहे हैं. कचरे के निष्पादन के इंतजाम 33 वार्डों को 11-11 वार्डों के कलस्टरों में बांट कर किया गया है. जमा होनेवाले कचरे से कंपोस्ट आदि बनाने के लिए नप द्वारा तीन जगह ओरैना, घोसतावां व वार्ड आठ व नौ के बीच में प्लांट बनाये हैं. तीन जगहों पर कचरा प्रबंधन के लिए छह-छह हजार स्क्वायर फुट जमीन उपलब्ध करायी गयी है.

सफाई के साथ बढ़ेगा राजस्व भी : सफाई की नयी व्यवस्था में घरों एवं होटलों से निकलनेवाले गीले कचरे से खाद बनाया जायेगा, जबकि मेटेरियल रिकवरी सुविधा के तहत कागज, प्लास्टिक, धातु व शीशा को अलग कर काबाड़ी को बेच दिया जायेगा, इससे एक तरफ जहां शहर स्वच्छ होगा. साथ ही नगर पर्षद को राजस्व की प्राप्ति होगी. नगर विकास व आवास विभाग की ओर से बिहार नगर पालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल उपविधि 2019 को नगर पर्षद ने अपने यहां लागू करने का फैसला लिया है.
डस्टबीन बांटने में नप फेल : साफ-सफाई के नाम पर भले ही दावे करके लाखों रुपये खर्च हो जा रहे हों, लेकिन इसका लाभ आम शहरवासियों को नहीं मिल पाता है.
नगर की सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपये के डस्टबीन इस साल की शुरुआत में खरीदे गये. एक डस्टबीन की कीमत करीब 145 रुपये है. प्रत्येक घर को दो-दो डस्टबीन दिया जाना है. लेकिन, अब तक सभी वार्डों में इसे नहीं बांटा जा सका है. इसका उद्देश्य यह था कि इसे सभी शहरवासियों के घरों तक पहुंचाया जायेगा. इसके जरिये डोर-टू-डोर यानी हर दरवाजे से सफाई कर्मी कचरा का उठाव करेंगे.
लोग अपने घरों से निकलने वाले गीला कचरा व सूखा कचरा को इसी डस्टबीन में रखेंगे. लेकिन इन डस्टबीन, कचरा रखने का डब्बे का आलम यह है कि बड़ी संख्या में कचरा व उसका ढक्कन अब तक नगर भवन परिसर में यूं ही पड़ा हुआ है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. नप का दावा है कि डस्टबीन बांटे गये हैं लेकिन आज भी अधिकतर वार्डों में डस्टबीन नहीं बंटा है. 36 हजार डस्टबीन में से से अब भी उसका शत प्रतिशत वितरण नहीं हुआ है.
कहते हैं अधिकारी
नगर के हरेक घर से कचरे का उठाव कराने के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है. 25 जुलाई को टेंडर होने की संभावना है. काम पूरा होने के बाद अगस्त के पहले सप्ताह से इस सफाई व्यवस्था को शुरू करने की कोशिश की जा रही है. तहसीलदार के बीमार पड़ जाने से डस्टबीन समय पर नहीं बंट सका. इसे भी जल्द वितरित करा दिया जायेगा.
देवेंद्र सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद
नियमित नहीं हो रहा कचरे का उठाव
नगर में डोर-टू-डोर सफाई व्यवस्था की बात तो दूर कचरा प्वाइंट से गंदगी का उठाव ही नियमित रूप से रोज नहीं हो पा रहा है. इससे आम शहरवासियों को अनेक तरह की परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है. शहर में अनेक गली-मोहल्ले ऐसे हैं, जहां महीने भर हो जाते हैं, तब जाकर कहीं झाड़ू लगाता है. पिछले साल से शहर के 16 वार्ड में एक एजेंसी के जरिये सफाई शुरू कराया गया है. लेकिन, वह भी सफल नहीं हो पाया है.
बढ़ायी जायेगी सर्विस फीस
ठोस कचरे के निबटारे के बाद वैज्ञानिक तरीके से साफ कचरे से जमीन भराई का भी इंतजाम किया गया है. इसके लिए युजर फीस का भी प्रावधान करके जरूरत के लोगों को दिया जायेगा. इसके लिए निर्धारित शुल्क का नप की ओर से रसीद भी दिया जायेगा. कचरे का हर वार्ड में अलग-अलग कलेक्शन किया जाना है. नियमों का उल्लंघन करनेवालों को दंडित भी करने का प्रावधान बनाया गया है.

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