नारदीगंज प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर दिया धरना

नारदीगंज : भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रखंड व अंचल कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया. इसकी अध्यक्षता भाकपा माले प्रखंड प्रभारी सावित्री देवी ने की. इसके पूर्व कार्यकर्ताओं ने नारदीगंज बाजार में सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रखंड को अकाल क्षेत्र घोषित करो, मालगुजारी व बिजली विल माफ करो, प्रत्येक लोगों को छह हजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2019 8:48 AM

नारदीगंज : भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रखंड व अंचल कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया. इसकी अध्यक्षता भाकपा माले प्रखंड प्रभारी सावित्री देवी ने की. इसके पूर्व कार्यकर्ताओं ने नारदीगंज बाजार में सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रखंड को अकाल क्षेत्र घोषित करो, मालगुजारी व बिजली विल माफ करो, प्रत्येक लोगों को छह हजार प्रतिमाह देने, एक क्विंटल चावल, गेहूं 20 किलोग्राम दाल, पांच किलोग्राम सरसों तेल, सर्फ, साबुन कपड़े समेत अन्य सामग्री की समुचित व्यवस्था करने की मांग को लेकर नारे बुलंद किया.

इस दौरान काफी संख्या में कार्यकर्ता एकजुट होकर अपनी मांगों का समर्थन किया. अपने संबोधन में भाकपा-माले के प्रखंड प्रभारी ने कहा-वर्षा नहीं होने से इस प्रखंड में धान की रोपनी नहीं हुआ है. किसानों के समक्ष सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस परिपेक्ष्य में प्रखंड को अकाल क्षेत्र घोषित किया जाये.
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा गरीब परिवार को पांच डिसमिल भूमि देने का वादा किया था.लेकिन आजतक नहीं मिल पाया है. पर्चाधारियों को भूमि दखल कब्जा नहीं कराया जा रहा है. नलजल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है.
इतना ही नहीं जनवितरण प्रणाली की दुकान से गरीब परिवारों को अनाज नहीं मिल पा रहा है. शिक्षा का हाल बदहाल बना हुआ है.माले जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा मोदी सरकार में लोग आर्थिक संकट झेल रहे हैं.बेरोजगारी दर आजादी के बाद सबसे बदतर स्थिति में है.
शिक्षा का भगवाकरण तमाम सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण करने के चलते आज बड़े बड़े आंदोलन के आसार है, तब उन्होंने जनता की ध्यान को भटकाने के लिए काश्मीर की धारा 370, 35 ए हटा कर संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. मौके पर सुदामा देवी, मंटू कमार, आशीष मांझी, जगदेव मांझी, पुष्पा देवी, बेदमियां देवी समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.

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