नवादा : पंजाब पुलिस ने बिहार सहित पंजाब के संगरूर-बरानाला इलाके में एटीएम का क्लोन तैयार कर पांच से सात मिनट में आपके खाते का पैसा उड़ानेवाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. बताया जाता है कि गिरोह का मास्टरमाइंड नवादा जिले के कृष्णापुर गोंडापुर निवासी मैट्रिक पास 25 वर्षीय मोहित राज है. उसके दो साथी पंजाब निवासी बादल सिंह और गुरमीत सिंह है. पंजाब पुलिस ने करीब पांच सौ वारदातों को अंजाम देनेवाले बादल सिंह और मोहित राज को गिरफ्तार कर लिया है. मोहित ने बिहार में कई वारदातों को अंजाम देने के बाद पंजाब का रुख किया था.
जानकारी के मुताबिक, लोगों को चकमा देकर एटीएम कार्ड का क्लोन मात्र पांच से सात मिनट के तैयार कर आपके खातों से लाखों रुपये की नकदी ट्रांसफर करनेवाले नवादा जिले के कृष्णापुर गोंडापुर निवासी मास्टरमाइंड मोहित राज को उसके एक दोस्त के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पंजाब पुलिस के मुताबिक, गिरोह ने अब तक 480 से अधिक वारदातों को अंजाम देते हुए करोड़ों रुपये की ठगी की है. बिहार में कई वारदातों को अंजाम देने के बाद मोहित पंजाब चला गया. वहां अपने साथियों के सहयोग से संगरूर-बरनाला समेत अन्य इलाकों में पांच दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है. मात्र दसवीं तक की पढ़ाई करनेवाले मोहित ने यह एटीएम का क्लोन तैयार करने का फार्मूला जेल में सीखा था. पंजाब की शेरपुर पुलिस ने तीन सदस्यीय गिरोह के मास्टरमाइंड मोहित राज व उसके एक साथी बादल सिंह को 19 सितंबर को गिरफ्तार करने के बाद मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर जानकारी दी. साथ ही बताया कि गिरोह का एक अन्य सदस्य गुरमीत फरार है. गिरफ्तार दोनों आरोपितों को पुलिस आज बुधवार को अदालत में पेश करेगी.
संगरूर के एसएसपी डॉ संदीप गर्ग के मुताबिक, लोगों की मदद के बहाने गिरोह के सदस्य एटीएम बूथ में अंदर चले जाते थे. पास रखी छोटी स्वैप स्कीमिंग मशीन से कार्डधारक के कार्ड को मोहित स्वैप कर लेता था. इससे कार्ड का सारा डाटा चोरी हो जाता था. वहीं, उसके साथी कार्डधारक के पासवर्ड पर नजर रखते थे. पासवर्ड मिलते ही एटीएम कार्डधारक के खाते से नकदी मां या पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर लेते थे. पूरी प्रक्रिया करने में मात्र पांच से सात मिनट लगते थे. एनडीपीसी एक्ट के तहत बिहार की गया जेल में मोहित राज ने एक कैदी से ठगी का यह तरीका सीखा था. जेल में ही मोहित की मुलाकात बादल सिंह से हुई थी, जो एनडीपीएस एक्ट में ही जेल में बंद था. इसके बाद गुरमीत सिंह के साथ गिरोह बनाया और ठगी करने लगे.
पिछले साल जुलाई के बाद से अब तक करीब 480 से अधिक वारदातों को अंजाम देने वाले मोहित राज बिहार से पंजाब का अधिकतर दौरा हवाई जहाज में ही करता था. इनका ठिकाना बिहार और पंजाब था. बिहार में वारदात को अंजाम देने के बाद पंजाब और पंजाब में वारदात को अंजाम देने के बाद बिहार भाग जाते थे. इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने स्वैप व स्कीमिग मशीन, जाली क्लोन कार्ड समेत कई एटीएम कार्ड बरामद किये हैं. साथ ही नोटबुक बरामद किया है, जिनमें ठगी के विवरण मौजूद हैं. मोहित की मां और पत्नी के खाते फ्रीज करा दिये हैं. इनमें करीब 1.59 लाख और 1.16 लाख रुपये हैं. इनके अन्य खातों की जानकारी में पुलिस जुटी है. साइबर सेल की मदद ली जा रही है.