सदर अस्पताल में नहीं है डेंगू मरीज का अलग वार्ड
नवादा : शहर में इन दिनों डेंगू के प्रकोप से लोग परेशान है. आये दिन लोग डेंगू का शिकार हो रहे हैं. इसके लिए प्रभात खबर ने कई दिनों से डेंगू को लेकर अभियान चला रखा है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने शहर में डेंगू से बचाव को लेकर फाॅगिंग कराना शुरू किया है. वर्तमान […]
नवादा : शहर में इन दिनों डेंगू के प्रकोप से लोग परेशान है. आये दिन लोग डेंगू का शिकार हो रहे हैं. इसके लिए प्रभात खबर ने कई दिनों से डेंगू को लेकर अभियान चला रखा है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने शहर में डेंगू से बचाव को लेकर फाॅगिंग कराना शुरू किया है. वर्तमान में इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने आइडीएसपी टीक का गठन किया है, जो डेंगू से पीड़ित लोगों को चिह्नित कर उसका रिपोर्ट तैयार करने व शहर में फाॅगिंग कराने का काम शुरू किया है.
डेंगू को लेकर जिला वेक्टर्न जनीत रोग नियंत्रक पदाधिकारी ने सोमवार को आइडीएसपी टीम के साथ बैठक की. जिसमें डेंगू से पीड़ितों का जायजा लिया गया. इस दौरान शहर के हर पीड़ित इलाकों में टेमिफोर्स दवा का छिड़काव मच्छरों के लार्वा को मारने के लिए तेजी से फाॅगिंग कराने का निर्देश दिया गया.
डेंगू से मरनेवालों का स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है रिकाॅर्ड
जिला स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक डेंगू से मरनेनवालों की कोई सूची नहीं है, जबकि जिले में कई लोगों की मौतें डेंगू से हो चुकी है. हालांकि अखबारों में डेंगू से मरनेवालों की खबरें प्रकाशित होने के बाद विभाग उसके आधार पर जांच करने में जुटी है.
इसके लिए आईडीएसपी की टीम वैसे लोगों के घरों में जाकर पूरी जानकारी जुटाने में जुटी है. परंतु अभी तक इसमें विभाग नहीं मान रहा है कि कोई डेंगू से मरा है.
मलेरिया व कालाजार का भी मिल रहा मरीज : आइडीएसपी टीम द्वारा किया जा रहा सर्वेक्षण में इस साल डेंगू के अलावा मलेरिया का सबसे अधिक मरीज मिला है. बताया जाता है कि अभी तक मलेरिया से ग्रसित 110 मरीज पूरे जिले में मिला है, जो सरकारी आंकड़ों में दर्ज है. इसके अलावा कालाजार जैसी खतरनाक बीमारी का भी दो मरीज जिले में मिल चुकी है. यह रिपोर्ट जनवरी 2019 से 18 नवंबर 2019 तक का है.
छह-छह बेडवाले बनाये जायेंगे दो डेंगू वार्ड
जिले के दो बड़े अस्पतालों में डेंगू को लेकर छह-छह बेडों वाला दो वार्ड बनाया जायेगा. इसको लेकर तैयारी करने का आदेश जारी किया जा चुका है. यह दोनों वार्ड सदर अस्पताल और रजौली अनुमंडल अस्पताल में बनाया जायेगा.
दोनों अस्पतालों के अधिकारी को वार्ड बनाने की व्यवस्था यथाशीघ्र करने को कहा गया है. जिले में डेंगू सर्वेक्षण करने के लिए तीन अधिकारी लगाये गये हैं. जिसमें मलेरिया के एक, कालाजार के एक तथा डेंगू के एक इंस्पेटर शामिल हैं.
इलाज के लिए है मुफ्त व्यवस्था
सरकार का निर्देश जो भी मिला है, उसपर विभाग स्थानीय स्तर पर काम कर रही है. इसमें मरीजों की जांच कर उसके घटते प्लेट्लेट्स को देेखते हुए इलाज मुफ्त में करना है. डेंगू के आनेवाले मरीजों में टोटल प्लेट्लेट्स काउंट पर नजर रखना है. डेंगू मरीजों में प्लेट्लेट्स कम होने के कारण लाल चकत्ता व काला पखाना होता है.
ऐसी हालातों में तुरंत उसे राज्य के किसी भी मेडिकल काॅलेजों में भर्ती कराया जाये. इसके लिए मुफ्त में 102 एंबुलेंस की सेवा सरकार ने दे रखी है. इसके अलावा पटना के कुर्जी में हाली फैमिली हास्पीटल व राजेंद्र मेमोरियल मेडिकल इंस्टीच्यूट में भर्ती करा कर मुफ्त इलाज व जांच कराये जाने की व्यवस्था है.
सदर अस्पताल से डेंगू का एक भी मरीज आने की रिपोर्ट विभाग को नहीं प्राप्त हुआ है. वैसे सदर अस्पताल और रजौली अनुमंडल अस्पताल में डेंगू के लिए छह-छह बेडों वाला वार्ड बनाये जाने का निर्देश वहां के प्रभारी को दिया जा चुका है. शहर में फाॅगिंग भी कराया जा रहा है.
डाॅ उमेश चंद्रा, अधिकारी, जिला वेक्टर्न जनित नियंत्रक सह एसीएमओ, नवादा