तीन गुणा बढ़े राजस्व को पूरा करने में कर्मचारियों के छूट रहे पसीने

अपनी ही गलती ने माप तौल विभाग की बढ़ायी परेशानी कर्मियों व संसाधनों के अभाव में लक्ष्य पूरा करने में सामने आ रही परेशानी 2018-19 में 27.5 लाख रुपये की जगह पर 2019-20 में 87 लाख मिला लक्ष्य दिसंबर तक मात्र 28 लाख ही मिला राजस्व नवादा : जिले के माप तौल विभाग अपने ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2020 8:50 AM
  • अपनी ही गलती ने माप तौल विभाग की बढ़ायी परेशानी
  • कर्मियों व संसाधनों के अभाव में लक्ष्य पूरा करने में सामने आ रही परेशानी
  • 2018-19 में 27.5 लाख रुपये की जगह पर 2019-20 में 87 लाख मिला लक्ष्य
  • दिसंबर तक मात्र 28 लाख ही मिला राजस्व
नवादा : जिले के माप तौल विभाग अपने ही कर्मियों की गलती के मकड़जाल में उलझ गया है. यहां एक साल में तीन गुणा लक्ष्य निर्धारित कर दिये जाने से इसे पूरे करने में विभाग के अधिकारी को मशक्कत करना पड़ रहा है. वर्ष 2018-19 में इस विभाग के पास राजस्व प्राप्ति का वार्षिक लक्ष्य 27.5 लाख ही हुआ करता था.
लेकिन, विभाग के कर्मियों की गलती के वजह से इस वित्तीय वर्ष 2019-20 में तीन गुणा बड़ा कर 87 लाख कर दिया गया है. जिसमें दिसंबर माह तक विभाग ने काफी मशक्कत के बाद 28 लाख रुपये तक राजस्व प्राप्त किया है.
संसाधनों और कर्मियों की कमी का दंश झेल रहे विभाग कुल 10 कर्मियों के जगह तीन कर्मियों से ही काम ले रही है. ऐसे में लक्ष्य का शत प्रतिशत पूरा होना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन हो गया है. इसके अलावा समय-समय पर कैंप लगाकर लोगों को लाइसेंस रिनुअल करने का काम भी किया जा रहा है. इस लिहाज से जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में सप्ताह में दो ही दिन अधिकारी रह पाते हैं.
हर सप्ताह सोमवार और मंगलवार को कार्यालय में अधिकारी काम कर पाते हैं. कहा जा रहा है कि रजौली अनुमंडल का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष 30 लाख व नवादा सदर अनुमंडल का लक्ष्य 57 लाख निर्धारित है. इसमें रजौली अनुमंडल से दिसंबर तक 7.5 लाख रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है. वहीं नवादा सदर अनुमंडल में दिसंबर माह तक 20.5 लाख रुपये ही राजस्व प्राप्त हो सका है.
पीडीएस दुकानदारों को मिला था इलेक्ट्राॅनिक तराजू रखने का आदेश
जिले भर में कुल 1086 पीडीएस दुकानें संचालित है. जिसे सरकार ने अप्रैल 2019 में आदेश जारी कर सभी पीडीएस दुकानदारों को इलेक्ट्राॅनिक तराजू से अनाज तौलने का दिया जा चुका है. बावजूद अब तक कई पीडीएस दुकानदारों ने इलेक्ट्राॅनिक तराजू का इस्तेमाल नहीं कर रहे है. माप तौल विभाग ने बताया कि डीएम के निर्देश पर कैंप लगाकर पीडीएस दुकानदारों को इलेक्ट्राॅनिक तराजू का लाइसेंस दिया जा चुका है.
परंतु अभी भी दर्जनों ऐसे दुकानदार हैं जिनके पास इलेक्ट्राॅनिक तराजू नहीं है. हलांकि वैसे पीडीएस दुकानदारों को इलेक्ट्राॅनिक तराजू रखने पर जोर दिया जा रहा है. बताया जाता है कि पीडीएस के मैनुअल तराजू रखने वाले दुकानदारों का रिनुअल के समय बगैर इलेक्ट्राॅनिक तराजू के लाइसेंस नहीं दिया जा रहा है.
जिले में पांच मैनुअल बाट तराजू के विक्रेता
विभाग बताते हैं कि पूरे जिले में पांच मैनुअल बाट-तराजू विक्रेता हैं. जिसमें जिला मुख्यालय में तीन तथा हिसुआ में एक व रजौली में एक संचालित है. लेकिन रजौली के मैनुअल बाट-तराजू विक्रेता द्वारा कई महीनों से लाइसेंस रिनुअल नहीं कराया गया है, जिससे विभाग ने मान लिया है कि वह दुकान रद्द होने के कगार पर है.
शहरी क्षेत्र में हाट पर राकेश हार्डवेयर, मेन रोड में प्रियंका हार्डवेयर व दुर्गा बरनवाल की दुकानें लाइसेंसी है. इसके अलावा हिसुआ में किसान हार्डवेयर लाइसेंसी मैनुअल बाट-तराजू के दुकान हैं.
क्लर्क ने 32 लाख की जगह कर दिये थे 62 लाख
माप तौल निरीक्षक राजेंद्र महतो ने बताया कि 2018-19 में नवादा से पटना भेजे गये रिपोर्ट में 32 लाख की जगह पर 62 लाख कर दिया गया था. वहां के क्लर्क की गलती का खामियाजा नवादा को झेलना पड़ रहा है.
वित्तीय वर्ष समाप्ति के कारण विभाग को इसमें सुधार के लिए कई बार कहा गया. तब तक विभाग के आलाधिकारियों ने उसी गलत लक्ष्य 62 लाख को नये वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए निर्धारित कर दिया. जिसमें आज तक सुधार नहीं हो सका है और इस बेहिसाब लक्ष्य को पूरा करने में पसीना छूट रहा है.
कर्मचारियों की गलती के कारण ही तीन गुणा हुआ लक्ष्य
विभाग में कर्मियों की गलती के कारण लक्ष्य तीन गुणा हो गया है. लेकिन उसे पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. अभी नया स्टांप नहीं मिला है. जल्द ही नया स्टांप भी आ जायेगा. पीडीएस दुकानदारों के लिए इलेक्ट्राॅनिक तराजू रखना अनिवार्य हो गया है.
इलेक्ट्राॅनिक तराजू या अन्य मैनुअल तराजू का अवैध इस्तेमाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए पुलिस विभाग से जवानों की आपूर्ति का इंतजार है. समय-समय पर कैंप लगा कर लक्ष्य पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
राजेंद्र महतो, निरीक्षक, माप तौल विभाग, नवादा
इलेक्ट्राॅनिक तराजू की जिले में दो लाइसेंसी दुकानें
पूरे जिले भर में लाइसेंसी इलेक्ट्राॅनिक तराजू के विक्रेता दो हैं. जिसके माध्यम से लोगों को इलेक्ट्राॅनिक तराजू उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन, अवैध रूप से कई जगहों पर इलेक्ट्राॅनिक तराजू की दुकानें संचालित हैं.
दोनों दुकानें जिला मुख्यालय में ही खुली हुई है. इसमें अस्पताल रोड स्थित हेड पोस्ट आफिस के सामने निगार ट्रेडर्स व दूसरा पुरानी बाजार में साईं इंटरप्राईजेज संचालित हैं. निगार ट्रेडर्स के संचालक मो आरिफ बताते हैं कि हमारे यहां इलेक्ट्राॅनिक तराजू बेचने के व रिपेयरिंग करने दोनों का लाइसेंस मिला हुआ है.
यह एक मात्र दुकान है जहां इलेक्ट्राॅनिक तराजू का रिपेयरिंग किया जाता है. उन्होंने बताया कि लोग अवैध रूप से इलेक्ट्राॅनिक तराजू खरीद तो ले रहे हैं, लेकिन कार्रवाई होने पर उनको काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि ग्राहकों की सुविधाओं को देखते हुए हर रेंज का इलेक्ट्राॅनिक तराजू उपलब्ध है.
कर्मियों को है घोर अभाव
जिला मुख्यालय में मापतौल विभाग के पास कर्मियों की घोर अभाव कई वर्षों से है. यहां सबसे बड़ी बात है कि दशकों से सहायक नियंत्रक का एक पद अभी तक रिक्त पड़ा हुआ है. इसके अलावा दो निरीक्षक रजौली अनुमंडल व सदर अनुमंडल में मात्र एक ही निरीक्षक सदर अनुमंडल में बहाल है. जिसके कंधे पर दोनों अनुमंडल का काम है.
साथ ही क्लर्क के तीन पदों में सहायक नियंत्रक के दो क्लर्क बहाल है, लेकिन निरीक्षक का एक पद अभी तक रिक्त है. इसी तरह से आदेशपाल का कुल चार पदें अभी भी रिक्त पड़ा हुआ है. कुल मिलाकर यहां कुल पद 10 सृजित हैं, जिसमें तीन ही कार्यरत हैं और सात पद रिक्त पड़ा हुआ है. इसके लिए विभाग को भी कई बार लिखा जा चुका है.

Next Article

Exit mobile version