जिले में 43 दिनों में 271 शिक्षकों का तबादला

नवादा (नगर): मुख्यमंत्री सचिवालय के निर्देशों का पालन नहीं करने व तत्कालीन डीएम दिवेश सेहरा द्वारा किये गये शिक्षक पदस्थापन में गड़बड़ी की शिकायत शिक्षकों द्वारा की गयी है. राजेंद्र प्रसाद सिंह, युगल किशोर शर्मा, विनोद कुमार, संजय कुमार विद्यार्थी सहित दर्जनों शिक्षकों ने कहा कि बीए व बीएससी प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रोन्नति 12 जनवरी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 10:51 AM
नवादा (नगर): मुख्यमंत्री सचिवालय के निर्देशों का पालन नहीं करने व तत्कालीन डीएम दिवेश सेहरा द्वारा किये गये शिक्षक पदस्थापन में गड़बड़ी की शिकायत शिक्षकों द्वारा की गयी है. राजेंद्र प्रसाद सिंह, युगल किशोर शर्मा, विनोद कुमार, संजय कुमार विद्यार्थी सहित दर्जनों शिक्षकों ने कहा कि बीए व बीएससी प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रोन्नति 12 जनवरी, 2013 को डीएम दिवेश सेहरा की उपस्थिति के स्थापना समिति की बैठक में की गयी.
ज्ञापांक 76 दिनांक 17 जनवरी, 2013 द्वारा शिक्षकों का पदस्थापन किया गया, परंतु उनके तबादला के बाद महज 43 दिनों में ही पदस्थापना सूची में छेड़-छाड़ व अनियमितता पूर्वक संशोधन किया गया, जो नियम के बिल्कुल विपरीत है. ज्ञापांक- 997 दिनांक 23 मार्च 2013 द्वारा 149 शिक्षकों, ज्ञापांक- 599 दिनांक 28 जुलाई 2013 द्वारा 92 शिक्षकों व ज्ञापांक 977 द्वारा 30 शिक्षकों यानी कुल 271 शिक्षकों के पदस्थापना में डीइओ कार्यालय द्वारा हेरफेर कराया गया. विभागीय नियमों की अनदेखी कर पदाधिकारियों को राजनीतिज्ञों का भय दिखा कर कार्य कराने की शिकायत शिक्षकों द्वारा की गयी है.
शिकायत करने वाले शिक्षकों ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय अनुसूचित नवादा के शिक्षक ओंकार नाथ राय इसके सूत्रधार रहे हैं. शिक्षक ओंकार नाथ राय के धोखाधड़ी की शिकायत करते हुए कहा गया कि 16 अगस्त, 1994 को इनकी नियुक्ति गोविंदपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय, समरीगढ़ में हुआ. वहीं, स्नातक विज्ञान प्रोन्नति के समय उत्क्रमित मध्य विद्यालय भट्ठा काशीचक में पदस्थापना हुआ, लेकिन 43 दिनों के अंदर उत्क्रमित मध्य विद्यालय अनुसूचित नवादा में पदस्थापन हो गया. जो किसी भी नियम के अनुरूप नहीं है. शिकायतकर्ता बालदेव महतो, बाल मुकुंद पांडेय, संजय कुमार सुधांशु, कामता प्रसाद सिंह आदि ने कहा कि ओंकार नाथ राय द्वारा जाली प्रमाणपत्र के आधार पर प्रोन्नति लिया गया है. हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद के जाली प्रमाणपत्र के आधार पर 20 मई, 1997 से प्रशिक्षित होने का वेतनमान प्राप्त किया जा रहा है. जब यह 1997 में ही प्रशिक्षित थे, तो पुन: 1998-99 सत्र में शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज नवादा में नामांकन करा कर पुन: प्रशिक्षण प्राप्त किये, जिसका रिजल्ट जून 2005 में निकला बावजूद यह 1997 से प्रशिक्षित का वेतन ले रहे हैं.
इनकी प्रोन्नति भी 1997 के प्रमाण पत्र के आधार पर हुआ है. इस संबंध में पूछे जाने पर डीइओ सैय्यद एहतेशाम हुसैन ने कहा कि शिक्षक ओंकार नाथ राय के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र में गड़बड़ी की जांच लोक युक्त द्वारा किया जा रहा है. जिला कार्यालय के द्वारा सारी स्थिति को लिख कर राज्य कार्यालय भेजा गया है. दो माह पूर्व रिपोर्ट गयी है. आगे के निर्देश के अनुरूप कार्य होगा. महज 43 दिनों में पदस्थापना सूची में फेरबदल के संबंध में उन्होंने कहा कि शिक्षकों के आग्रह परिस्थिति को देखते हुए आरडीडी कार्यालय से निर्देश लेकर शिक्षकों का पूर्ण पदस्थापन किया गया था.

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