नवादा : बिहार के नवादा जिला में अलग–अलग स्थानों पर दो समुदाय के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि पांच अन्य घायल हो गये.
जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने बताया कि दो समुदाय के बीच हुई झड़प में बुंदेलखंड थानांतर्गत अंसारनगर इलाके में एक अज्ञात हमलावर द्वारा की गयी गोलीबारी में मो. इकबाल नामक एक व्यक्ति की मौत हो गयी.
इस झड़प में घायल हुए पांच से चार के नाम विकास कुमार, शैलेश कुमार पांडेय, अंटोनी बरला और शिव कुमार हैं. झड़प के दौरान दुकानों और अन्य संपत्ति को लूटे जाने के साथ दोनों ओर से गोलीबारी की भी सूचना मिली है. जिलाधिकारी ने बताया कि स्थिति को अनियंत्रित होते देख उक्त इलाके में कफ्यरू लगाया दिया गया है और संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स और सैप के जवानों की तैनाती की गयी है.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पड़ोसी जिला नालंदा के पुलिस अधीक्षक निशांत कुमार तिवारी की भी तैनाती नवादा में की गयी है. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
उल्लेखनीय है कि नगर थाना के गोंदापुर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर रविवार को अज्ञात हमलावारों द्वारा परसों किये गये हमले में घायल हुए तीन लोगों में एक कुंदन की रविवार को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत के बाद दो समुदाय के बीच झड़प का रूप ले लिया.
माहौल खराब नहीं होने देंगे : सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रदेश में इनटॉलरेंस का वातावरण बनाया जा रहा है. बेतिया के बाद नवादा में घटना हुई है. राज्य सरकार इससे सख्ती से निबटेगी. किसी भी सूरत में राज्य का माहौल खराब नहीं होने दिया जायेगा. जो भी कार्रवाई हो सकती है, की जायेगी. सभी दलों, सामाजिक सरोकार से जुड़ाव रखनेवाले लोग व प्रबुद्धजनों का दायित्व है कि वे एकजुट होकर प्रदेश में अमन–चैन व सद्भाव बनाये रखने में सहयोग करें. आम लोग शांति बरतें.
सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने बेतिया और नवादा में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि नवादा की स्थिति अब भी ठीक नहीं कही जायेगी. समाज में विद्वेष पैदा करने की कोशिश की जा रही है. मुख्य सचिव व डीजीपी को दोनों जिलों में अमन–चैन का वातावरण बनाने के लिए सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. गंठबंधन टूटने के बाद हो रही इस तरह की घटनाओं में विपक्षी पार्टी का हाथ होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे देखना पड़ेगा.
लेकिन, यह समय आरोप–प्रत्यारोप का नहीं है. किसी भी सूरत में दंगा भड़कने नहीं दिया जायेगा. पूरी सख्ती से ऐसे तत्वों से सरकार निबटेगी. हम चाहेंगे कि ऐसे संवेदनशील मामले में सभी लोगों का सहयोग मिले.