इंदिरा आवास के तर्ज पर मिला बना बनाया घर

हिसुआ : सरकारी के तरफ से इंदिरा आवास मिलने का सपना एक गरीब विकलांग का पूरा हो या न हो पर, मेसकौर के रामकिसुन तेतरी जनसेवा संस्थान ने उसके सपनों को पूरा करने के लिए पहल शुरू कर दी है. इंदिरा आवास पाने के लिए जरूरतमंद लोग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और बिचौलियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2015 6:08 AM
हिसुआ : सरकारी के तरफ से इंदिरा आवास मिलने का सपना एक गरीब विकलांग का पूरा हो या न हो पर, मेसकौर के रामकिसुन तेतरी जनसेवा संस्थान ने उसके सपनों को पूरा करने के लिए पहल शुरू कर दी है. इंदिरा आवास पाने के लिए जरूरतमंद लोग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और बिचौलियों के माध्यम से संपन्न लोगों को आवास मिल रहा है.
ऐसी स्थिति में जरूरतमंद को पनाह व आशियाना देकर संस्था ने प्रेरक काम किया है. सेवा संस्थान के संचालक अलखदेव प्रसाद ने विकलांग सत्येंद्र के लिए घर बनाने का पूरा खर्च दिया है. निर्माण का काम लगभग पूरा होने वाला है. कारीगर काम कर रहे हैं, छत की ढलाई हो चुकी है. नदसेना के रहने वाले विकलांग सत्येंद्र गांव में सबसे गरीब हैं. विधवा मां, पत्नी व एक-एक बेटा-बेटी वाला उसका परिवार है.
मां व पत्नी मजदूरी कर किसी तरह दो वक्त की रोटी की जुगाड़ कर रही है. साथ ही बच्चों को पढ़ा भी रही है. सत्येंद्र पहले इंदिरा आवास के लिए भी दौड़ लगाता रहा पर उसका सपना पूरा नहीं हुआ. आज सत्येंद्र का पूरा परिवार संस्था वालों को ही अपना सरकार मान रहा है. सत्येंद्र ने बताया कि स्थायी घर हो जाने से उसके बाल-बच्चों की पीढ़ी सुधर जायेगी. केवल कमाकर खाने व बच्चों के परवरिश का ही काम रह जायेगा.
इसे वह पत्नी के साथ मिल कर मेहनत मजदूरी से पूरा कर लेगा. अलखदेव प्रसाद ने बताया कि जरूरतमंदों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है. हम और ऐसे जरूरतमंदों को चिह्न्ति कर अपने संस्था के सामथ्र्य के अनुसार काम करायेंगे. इसी गांव के दीनबंधु, प्रेमनाथ पांडेय, रामचंद्र महतो, भागवत शर्मा, लक्ष्मण प्रसाद, भोला प्रसाद, अशोक पांडेय, पशुपति नाथ पांडेय आदि इस कार्य की सराहना मुक्त कंठ से कर रहे हैं.

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