हड़ताल से मतदाता सूची में सुधार पर असर

नवादा (सदर) : शिक्षकों की हड़ताल से विकास योजनाएं भी प्रभावित होने लगी है. चुनाव आयोग के तरफ से चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण कार्य प्रभावित हुआ है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोग के तरफ से चलाया जा रहा अभियान मतदाताओं को लिए काफी जरूरी है. वैसे तो मतदाता सूची में सुधार, नाम दर्ज करने, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 6:37 AM
नवादा (सदर) : शिक्षकों की हड़ताल से विकास योजनाएं भी प्रभावित होने लगी है. चुनाव आयोग के तरफ से चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण कार्य प्रभावित हुआ है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोग के तरफ से चलाया जा रहा अभियान मतदाताओं को लिए काफी जरूरी है.
वैसे तो मतदाता सूची में सुधार, नाम दर्ज करने, हटाने आदि महत्वपूर्ण कार्य हर बार होता है. लेकिन कुछ माह बाद ही विधानसभा चुनाव है इसके लिए इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है. इसी क्रम में रविवार को मतदाता पुनरीक्षण कार्य शिक्षकों की हड़ताल की भेंट चढ़ गया है. इस कारण जिले के हजारों मतदाता अपने-अपने बूथ पर पहुंच कर बीना काम कराये ही लौट गये. मतदाता सूची पुनरीक्षण आदि कार्य के लिए बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) के तौर पर शिक्षकों को ही काम करने की जिम्मेवारी दी गयी है.
मिलते हैं अलग से रुपये
मतदाता पुनरीक्षण कार्य करनेवाले कर्मियों को अलग से रुपये का भुगतान किया जाता है. वर्ष 2013 तक प्रति बीएलओ को सालाना 15 सौ व 2013 से तीन हजार रुपये सालाना दिया जाता है. हालांकि, बीएलओ का तर्क है कि रुपये के हिसाब से कार्य का बोझ अधिक दिया जाता है.

Next Article

Exit mobile version