नहीं सुधर रही व्यवस्था
नवादा : नगर पर्षद के ढुल–मूल रवैया से शहर का प्रमुख सब्जी बाजार एक सप्ताह से नालियों के गंदे पानी से भरा है. इससे स्थानीय छोटे–बड़े व्यवसायियों के रोजगार पर काफी असर पड़ा है. त्योहारों के माहौल से सड़क पर बहते नाली के गंदे पानी के बीच से खरीदारी करने जाना मुश्किल हो गया है. […]
नवादा : नगर पर्षद के ढुल–मूल रवैया से शहर का प्रमुख सब्जी बाजार एक सप्ताह से नालियों के गंदे पानी से भरा है. इससे स्थानीय छोटे–बड़े व्यवसायियों के रोजगार पर काफी असर पड़ा है. त्योहारों के माहौल से सड़क पर बहते नाली के गंदे पानी के बीच से खरीदारी करने जाना मुश्किल हो गया है.
यह दशा केवल सब्जी बाजार की ही नहीं, बल्कि शहर के कई अन्य स्थानों पर भी कुड़े–कचड़े का अंबार लगा रहता है. नगर पर्षद क्षेत्र का सबसे पुराना क्षेत्र सब्जी बाजार है. यहां व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. नगर पर्षद द्वारा न तो सफाई का पुख्ता इंतजाम किया गया है और न ही कचड़ों को उठाने की विशेष व्यवस्था है.
नतीजा है कि कचड़ा नालियों में जा कर उसे जाम कर देता है. वर्तमान में जो परिस्थिति यहां बनी हुई है वह महामारी को सीधे बुलावा देने जैसी हो गयी है. लोगों को इस रास्ते से गुजरने के बाद घर में स्नान करना पड़ता है. ऐसे हालात में सब्जी लेना परेशानी हो गयी है. नगर पर्षद अपनी जिम्मेवारियों पर डींगे हांकने का काम कर रही है.लाखों रुपये इस क्षेत्र से टैक्स के रूप में विभाग को राजस्व का फायदा पहुंच रहा है. बावजूद लोगों को गंदगी में जीने के लिए नगर पर्षद द्वारा छोड़ दिया है.