‘खादी व चरखा स्वावलंबन के प्रतीक’

नवादा : गांधी जी के सिद्धांतों पर चल कर ही देश को विकसित किया जा सकता है. उनका खादी व चरखा स्वावलंबन का प्रतीक है. गांधी जी ने चरखा के माध्यम से बताया कि जो काम हम मशीन से करते हैं उसे हाथों से ही किया करें. इससे शरीर स्वस्थ रहेगा व इंसान का उम्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2013 2:13 AM

नवादा : गांधी जी के सिद्धांतों पर चल कर ही देश को विकसित किया जा सकता है. उनका खादी चरखा स्वावलंबन का प्रतीक है. गांधी जी ने चरखा के माध्यम से बताया कि जो काम हम मशीन से करते हैं उसे हाथों से ही किया करें. इससे शरीर स्वस्थ रहेगा इंसान का उम्र भी बढ़ेगा.

साथ ही आर्थिक मजबूती समान सस्ता मिलेगा. ये बातें डीएम ललन जी ने गांधी जयंती पर जिला खादी ग्रामोद्योग प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए कहीं. इन्होंने कहा कि इच्छाएं अनंत नहीं होनी चाहिए. आत्म चिंतन करने की जरूरत गयी है. डीएम ने कहा कि फिजुल खर्ची बापू को पसंद नहीं थी. जरूरत के स्थान पर खर्च करने से इंसान आर्थिक तंगी में सुधार ला सकता है.

बापू के अहिंसा पर उन्होंने कहा कि जिले में पिछले दिनों जो घटना घटी है उसे सौहार्द बनाने का काम करें. बापू का शस्त्र था सत्य अहिंसा. इस पर हमें चलने की जरूरत है. जिला खादी ग्रामोद्योग समिति अध्यक्ष श्याम किशोर पांडेय, मंत्री अनिल कुमार, व्यवस्थापक चंद्रमौली शर्मा, डॉ ओंकार निराला, संगीत सिंह, प्रो राजा राम पासवान, तथा मनोहर पासवान आदि लोग मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष डॉ एसएन शर्मा ने किया.

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