प्रकृति के सान्निध्य में दर्शन देंगी मां

वाटरप्रूफ मूर्तियों पर झरने से लगातार गिरता रहेगा पानी श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम, नरसिंह व मां काली के भी होंगे दर्शन नवादा कार्यालय : शहर के रामनगर स्थित सुर-असुर पूजा समिति में दुर्गापूजा की तैयारी काफी तेजी से जारी है़ यह पूजा समिति हर वर्ष नये-नये प्रयोग करने के लिए जिले में जानी जाती है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 8:28 AM

वाटरप्रूफ मूर्तियों पर झरने से लगातार गिरता रहेगा पानी

श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम, नरसिंह व मां काली के भी होंगे दर्शन

नवादा कार्यालय : शहर के रामनगर स्थित सुर-असुर पूजा समिति में दुर्गापूजा की तैयारी काफी तेजी से जारी है़ यह पूजा समिति हर वर्ष नये-नये प्रयोग करने के लिए जिले में जानी जाती है. इस वर्ष भी जिलेवासियों को पूजा के दौरान अद्भुत दृश्य देखने को मिलेंगे. पूजा समिति के अध्यक्ष कंचन कुमार यादव ने बताया कि रामनगर स्थित दुर्गा मंडप में 2000 से दुर्गापूजा का आयोजन किया जा रहा है.

दमदार उद्घोषणा व चलंत दुर्गा प्रतिमा यहां के आकर्षण का केंद्र रहा है. आधुनिक लाइटिंग के बल-बूते प्रतिमाओं का जीवंत दर्शन लोग करते हैं. परंतु, इस साल पूजा का विशेष आयोजन हुआ है. भक्तगण अद्भुत देव प्रतिमाओं का दर्शन करेंगे.

मूर्ति के निर्माण में लगे मुख्य कलाकार विजय पंडित ने बताया कि देवताओं की वाटरप्रूफ मूर्तियां आकर्षक का केंद्र होंगी़ जब अहंकार में डूबा राक्षस महिषासुर शिवलिंग उखाड़ता है, तब भगवान शंकर क्रोधित हो जाते हैं.

उनकी जटा से गंगा की धारा फूट पड़ती है और उनकी जटा से पानी निकलने लगता है़ इसी पानी के बीच देवताओं व दानवों के बीच युद्ध होता दिखेगा़ माता दुर्गा भी महिषासुर का वध करती दिखेंगी़ देवतागण व साधु-संत देवी की स्तुति कर उनकी महिमा का गुणगान करते नजर आयेंगे़

मृर्तियों की इस सेटिंग में कलाकार कड़ी मेहनत कर रहे हैं. देवासुर संग्राम के अलावा यहां आने वाले श्रद्धालु भगवान विष्णु के संहार के दृश्य को भी देखेंगे़ हिरण्यकश्यप का वध करते भगवान नरसिंह व भगवान श्रीराम दिखेंगे़ चंड-मुंड को वध करतीं माता काली का भी दिव्य दर्शन होगा़

सारी प्रतिमा मुक्ताकाश (खुले आसमान के नीचे) रहेंगी. ऑडियो व लाइटिंग की मदद से प्राकृतिक दृश्यों की सेटिंग की जा रही है. मूर्तिकार श्याम कुमार, गुड्डू, राहुल आदि इसे आकर्षक लुक देने में लगे हैं. पूजा समिति के सचिव मनीष कुमार ने बताया कि सप्तमी से दशमी तक हजारों श्रद्धालु की भीड़ उमड़ती है. 25 स्वयं सेवक दिन-रात सुरक्षा व्यवस्था संभालने लगते रहे हैं.

जिला प्रशासन के सुरक्षा बल भी उपस्थित रहते है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर महिला पुलिस मौजूद रहती है. स्थानीय दुकानदारों को पूजा स्थल से 200 फूट की दूरी के बाद ही दुकानें लगने के लिए कहा जायेगा़ दुर्गापूजा को भव्य व अद्भुत रूप देने में सुर-असुर पूजा समिति के कार्यकर्ता सेवारत हैं.

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