आर्मी वाहन व झरझरी रक्शिा में टक्कर, दो की मौत

आर्मी वाहन व झरझरी रिक्शा में टक्कर, दो की मौतहादसे में चार लोग हुए घायल, मुआवजे के लिए लोगों ने जाम की सड़कजिले में चुनाव कराने के बाद औरंगाबाद जा रहे थे अर्द्ध सैनिक बलतीन घंटे से अधिक सड़क जाम होने के कारण हुई यात्रियों को परेशानीनवादा शहर के केंदुआ मोड़ के पास हुआ हादसाफोटो-13 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 8:29 PM

आर्मी वाहन व झरझरी रिक्शा में टक्कर, दो की मौतहादसे में चार लोग हुए घायल, मुआवजे के लिए लोगों ने जाम की सड़कजिले में चुनाव कराने के बाद औरंगाबाद जा रहे थे अर्द्ध सैनिक बलतीन घंटे से अधिक सड़क जाम होने के कारण हुई यात्रियों को परेशानीनवादा शहर के केंदुआ मोड़ के पास हुआ हादसाफोटो-13 एनडब्ल्यूडी 11-एनएच 31 पर जाम लगाये लोग.प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयनवादा जिले में चुनाव संपन्न करा कर मंगलवार को औरंगाबाद जा रहे अद्धैसैनिक बलों के वाहन की केंदुआ मोड़ के पास झरझरी रिक्शा से टक्कर हो गयी. इसमें दो लोगों की मौत हो गयी व तीन महिलाओं समेत चार लोग घायल हो गये. घायलों का इलाज सदर अस्पताल, नवादा में चल रहा है. मरनेवाले व सभी घायल नवादा प्रखंड के विभिन्न गांवों के रहनेवाले हैं. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच)-31 को जाम कर दिया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई.जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह साढ़े 10 बजे अद्धैसैनिक बलों को लेकर औरंगाबाद जा रहे वाहन व मुफस्सिल थाने की तरफ से शहर आ रहे झरझरी रिक्शा की केंदुआ मोड़ के पास सीधी टक्कर हो गयी. हादसे में चुटकियाबिगहा के ललन यादव की पत्नी टुन्नी देवी व अकौना के दिलीप कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. वहीं, नहरपर की दीपशिखा देवी, ओरैना की आभा देवी, सिंघौल के दानी प्रसाद व गायत्री देवी बुरी तरह जख्मी हो गये. सभी यात्री झरझरी रिक्शे में सवार होकर नवरात्र की खरीदारी के लिए नवादा शहर आ रहे थे. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने एनएच-31 को तीन घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया. जाम से सड़क की दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जाम कर रहे लोग मृतकों के परिजनों को समुचित मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे. सूचना पाकर पहुंचे नगर थाना के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह, बुंदेलखंड थाना प्रभारी साजिद अख्तर, मुफस्सिल थाना प्रभारी ने लोगों को समझा कर जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन, लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे. थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंचे सदर प्रखंड के बीडीओ प्रभाकर सिंह ने मृतकों के परिजनों को समुचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने जाम हटाया. मृतक अकौना के दिलीप के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि वह दिल्ली में रहता था. बीमार हाेने के कारण वह घर आ गया था और इलाज कराने के लिए परिजनों के पास नवादा आया था. उसके दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. इधर, सदर अस्पताल में भरती सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बतायी जा रही है.

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