नवादा में 15 साइबर अपराधी किये गये गिरफ्तार
गिरफ्तार साइबर अपराधी नवादा, नालंदा, पटना व शेखपुरा जिले के हैं रहनेवाले
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय जिले की साइबर पुलिस ने छापेमारी कर ऑनलाइन पेमेंट व केशबुक का प्रलोभन देकर ठगी करनेवाले अंतरजिला गिरोह के 15 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, गिरफ्तार अपराधियों के पास से करीब 13 मोबाइल, एक सिम सहित करीब 56 पन्नों का कस्टमर डाटा पुलिस ने बरामद किया है. गिरफ्तार अपराधी नवादा, नालंदा, पटना व शेखपुरा जिले के रहनेवाले हैं. साइबर पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने बुधवार को पुलिस कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर बनायी गयी एसआइटी ने प्रतिबिंब पोर्टल व साइबर क्राइम कर रहे नंबरों के तकनीकी साक्ष्य के आधार पर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सोहरीपुर गांव की बगीचे में छापेमारी की. पुलिस की देखते ही ठगी कर रहे साइबर अपराधी इधर-उधर भागने लगे. लेकिन, पुलिस लाइन से मिले पर्याप्त पुलिस बल की सहयोग से करीब 15 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार साइबर अपराधी नवादा जिले के अलावा नालंदा, पटना व शेखपुरा जिले के रहनेवाले हैं. नवादा के 12 साइबर अपराधी शामिल: गिरफ्तार साइबर ठगों की पहचान नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सोहरीपुर गांव निवासी रवींद्र मिस्त्री के 18 वर्षीय बेटे शुभम कुमार, देवेंद्र मिस्त्री के 35 वर्षीय बेटे गौतम कुमार, सुबोध सिंह के 23 वर्षीय संदीप कुमार, रामानुज सिंह के 20 वर्षीय बेटे सुवन कुमार, सिकंदर सिंह के 35 वर्षीय बेटे अमित कुमार, कृष्ण मिस्त्री के 21 वर्षीय बेटे मनु कुमार, महेंद्र सिंह के 30 वर्षीय बेटे अविनाश कुमार, राकेश सिंह के 19 वर्षीय बेटे छोटू कुमार, वकील मिस्त्री के 26 वर्षीय बेटे रौशन कुमार, अशोक सिंह के 26 वर्षीय बेटे अंकू कुमार, कंधा गांव निवासी कामलदेव सिंह के 19 वर्षीय बेटे गोलू कुमार व नगर थाना क्षेत्र के फुटौनीचक गांव निवासी सौदागर मिस्त्री के 21 वर्षीय बेटे छोटू कुमार के रूप में की गयी है. पटना, शेखपुरा व नालंदा के एक-एक साइबर अपराधी धराये: इसके अलावा पटना जिले के मरांची थाना क्षेत्र के मरांची गांव निवासी अजय सिंह के 22 वर्षीय बेटे विकास कुमार, शेखपुरा जिले के शेखपुरा थाना क्षेत्र के बरमा गांव निवासी सुधीर सिंह के बेटे संदीप कुमार, जो वर्तमान में पटना जकनपुर थाना क्षेत्र के नगर रोड नंबर दो में रहता है. इसके अलावे नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र चंडी मऊ गांव निवासी अखिलेश्वर सिंह के बेटे कुणाल कुमार के रूप में पहचान हुई है. इन सभी साइबर अपराधियों पर साइबर थाने में आइटी एक्ट की विभिन्न धाराओं की तहत प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. भोले-भाले लोगों से आइलाइन करते हैं ठगी: साइबर पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों से पूछताछ की गयी. इस दौरान साइबर ठगों में बताया है कि ऑनलाइन पेमेंट व केशबुक प्रलोभन देकर भोले-भाले लोगो से ठगी की करते हैं. गिरफ्तार अभियुक्त के पास फ्लिपकार्ट पर ऑनलाइन शॉपिंग का डाटा होता है. इन लोगो के द्वारा कस्टमर को कॉल करके बताते है कि कैश ऑन डिलिवरी की जगह ऑनलाइन पेमेंट करने पर डिस्काउंट के नाम पर ठगी करता है. इनाम जितने पर कॉल करते है. प्रोसेसिंग फी के नाम पर पैसे मांगता है. गांवों के बगीचे में साइबर ठगों को किया जाता है प्रशिक्षित : गौरतलब है कि नवादा जिला साइबर अपराध के मामले में काफी आगे है. इन दिनों झारखंड की जामताड़ा को भी पीछे छोड़ दिया है. शायद कोई सप्ताह होगा की देश की विभिन्न राज्यों की पुलिस की जिले की किसी न किसी हिस्से में चहलकदमी नहीं देती होगी. जो लाखों- करोड़ों रुपये ठगी करने के आरोपित को गिरफ्तार कर साथ ले जाती है. यह सिलसिला पिछले कई वर्षो से चल रही है. स्थानीय पुलिस भी साइबर अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान चला रही है. इसके बावजूद साइबर अपराध रुकने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जिले के वारिसलीगंज, पकरीबरावां, शाहपुर, रोह थाना क्षेत्र सहित जिले की विभिन्न गांवों के बगीचे में साइबर अपराध को प्रशिक्षित किया जाता है. यही से साइबर अपराधियों ने विभिन्न फाइनेंस कंपनी से सस्ते दर पर लोन दिलाने व इनाम देने की नाम पर भोले-भाले लोगो को ठगी का शिकार बनाते हैं. साइबर अपराध पर काबू पाना शासन प्रशासन के लिए एक चुनौती से कम नहीं है.
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