प्रेम व भाईचारे का प्रतीक है मड़ही पूजा

प्रेम व भाईचारे का प्रतीक है मड़ही पूजा कौआकोल. कौआकोल के पांडेय गंगौट में सरकार वारिस पाक देवाशरीफ के परम शिष्य महंथ बाबा का वार्सिकोत्सव मनाने का सिलसिला गुरुवार से शुरू हुआ, जो शुक्रवार तक लगातार चलता रहेगा. महंथ बाबा की वार्सिकोत्सव में बिहार के अलावा विभिन्न प्रदेशों से श्रद्धालुओं व उनके अनुयायियों का आना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 6:53 PM

प्रेम व भाईचारे का प्रतीक है मड़ही पूजा कौआकोल. कौआकोल के पांडेय गंगौट में सरकार वारिस पाक देवाशरीफ के परम शिष्य महंथ बाबा का वार्सिकोत्सव मनाने का सिलसिला गुरुवार से शुरू हुआ, जो शुक्रवार तक लगातार चलता रहेगा. महंथ बाबा की वार्सिकोत्सव में बिहार के अलावा विभिन्न प्रदेशों से श्रद्धालुओं व उनके अनुयायियों का आना बुधवार से ही शुरू हो गया है. पूजा के दौरान महंथ बाबा के प्रति आस्था और विश्वास लोगों में देखते ही बनता है. लोग इस दौरान बाबा की भक्ति में भाव विभोर हो रहे हैं. यहां मानो एक तरह से भक्ति का धार बह गया है. रात के 12:15 बजे में बाबा की समाधि पर सबसे पहले सरकारी चादरपोशी होने के बाद चादरपोशी का सिलसिला चालू हो जाता है. जहां अपनी मन्नतें पूरी होने वाले श्रद्धालुओं द्वारा चादरपोशी, प्रसादी चढ़ाने आदि का काम अनवरत चालू रहता है, जो शुक्रवार का चार बजे सुबह तक चलता रहेगा. इस दौरान कव्वाली, गजल, भजन का कार्यक्रम दिन-रात चलता रहता है. पांडेय गंगौट के श्रीदेव पांडेय, नारायण स्वामी मोहन, डॉ साधु शरण सिंह व उपेंद्र शर्मा का नाजिया कलाम पेश होगा.

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