असंपादित … अटकलों का बाजार गर्म
असंपादित … अटकलों का बाजार गर्म वारिसलीगंज मतगणना में बमुश्किल एक दिन शेष बचा है. ऐसे में चुनाव की संभावना के मद्देनजर शहर के चौक- चौराहों से लेकर गांव के चौपालों व गलियों में अटकलों का बाजार परवान पर है. चाय की चुस्की व पान की गिलोरी को मूंह में दबाते लोग राजनीति की चर्चा […]
असंपादित … अटकलों का बाजार गर्म वारिसलीगंज मतगणना में बमुश्किल एक दिन शेष बचा है. ऐसे में चुनाव की संभावना के मद्देनजर शहर के चौक- चौराहों से लेकर गांव के चौपालों व गलियों में अटकलों का बाजार परवान पर है. चाय की चुस्की व पान की गिलोरी को मूंह में दबाते लोग राजनीति की चर्चा करने लगते हैं. जहां भी लोग इकट्ठे होते हैं वहां भावी सरकार पर भी अटकलें लगाने लगते है. इन अटकलों में महिलाएं भी पीछे भी नहीं रहती है. समाज के हर तबके पर राजनीतिक बुखार बेखौफ चढ़ा जा रहा है. मतगणना को लेकर एक बार फिर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा जीत- हार के दावे करने शुरू कर दिए है. समर्थक अपनी पार्टी की जीत के लिए तमाम तरह के तर्क दे रहे हैं. परंतु अंतिम फैसला मतगणना के बाद ही सामने आएगा.