जीत हार में नोटा की भूमिका अहम

जीत हार में नोटा की भूमिका अहम नवादा कार्यालय. प्रत्याशियों की जीत-हार के अंतर में नोटा की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नोटा का बटन दबा कर मतदाताओं ने अपनी भावना का इजहार किया. चुनाव आयोग ने अपने अनुकूल प्रत्याशी नहीं होने पर नोटा के रूप में इवीएम में एक विकल्प […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 7:00 PM

जीत हार में नोटा की भूमिका अहम नवादा कार्यालय. प्रत्याशियों की जीत-हार के अंतर में नोटा की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नोटा का बटन दबा कर मतदाताओं ने अपनी भावना का इजहार किया. चुनाव आयोग ने अपने अनुकूल प्रत्याशी नहीं होने पर नोटा के रूप में इवीएम में एक विकल्प दिया था. वोटरों ने जम कर इसका इस्तेमाल किया. कई विधानसभा क्षेत्रों में नोटा पर डाले गये वोट तीसरे प्रत्याशी की भूमिका में रहे. वारिसलीगंज में कुल 4,849 मतदाताओं ने नोटा पर बटन दबाया. हिसुआ में यह संख्या 5,029 रही. रजौली में 5,541 ने नोटा का इस्तेमाल किया. गोविंदपुर में भी 5,411 वोटरों ने नोटा दबाया़ आंकड़ों के हिसाब से वारिसलीगंज व रजौली में नोटा ने तीसरे प्रत्याशी की भूमिका निभायी. यहां के प्रत्याशियों को रनर व वीनर के बाद नोटा ने ही ज्यादा वोट बटोरा.

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