ग्राहक हो रहे धोखाधड़ी के शिकार
ग्राहक हो रहे धोखाधड़ी के शिकार अनदेखी. बैंक की सुरक्षा के प्रति प्रबंधन लापरवाहएटीएम में सुरक्षा गार्ड के नहीं रहने से घट रही घटनाएं फोटो-6नवादा कार्यालय, नवादा जिले के कई बैंको में सुरक्षा के प्रति बैंक प्रबंधन लापरवाही बरत रही है. प्रबंधन की लापरवाही के कारण उपभोक्ता घटनाओं के शिकार हो रहे हैं. कई बैंकों […]
ग्राहक हो रहे धोखाधड़ी के शिकार अनदेखी. बैंक की सुरक्षा के प्रति प्रबंधन लापरवाहएटीएम में सुरक्षा गार्ड के नहीं रहने से घट रही घटनाएं फोटो-6नवादा कार्यालय, नवादा जिले के कई बैंको में सुरक्षा के प्रति बैंक प्रबंधन लापरवाही बरत रही है. प्रबंधन की लापरवाही के कारण उपभोक्ता घटनाओं के शिकार हो रहे हैं. कई बैंकों की लापरवाही का आलम यह है कि सुरक्षा गार्ड तो दूर सीसीटीवी (क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा) भी नियमित रूप से काम नहीं कर रहे हैं. मुख्यालय में स्थित कई बैंकों की एटीएम में सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं रहने के कारण ग्राहक धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. कई बार तो गार्ड रहित एटीएम से निकलनेवाले गंदे नोटों को बदलने से संबंधित बैंक भी इनकार कर देता है. ऐसे में उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ जाती है. कई बैंकों में सुरक्षा गार्ड की है कमीजिला मुख्यालय के साथ ही ग्रामीण इलाकों में स्थित कई बैंकों में सुरक्षा गार्ड की कमी के कारण पैसे जमा व निकासी करने पहुंचे ग्राहक खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. गार्ड के नहीं रहने से कई बार ऐसे बैंकों में छिनतई की घटनाएं भी हो चुकी है. दो दिन पूर्व ही बिहारशरीफ के केनरा बैंक से लाखों रुपये की लूट के बाद भी बैंक प्रबंधन सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है. कई बैंकों में प्राइवेट गार्ड को सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गयी है. समय-समय पर ऐसे गार्ड को ट्रेनिंग नहीं मिलने के कारण उनकी कार्यशैली पर भी प्रश्न चिह्न खड़ा हो जाता है. सीसीटीवी भी नहीं कर रहे काम जिला मुख्यालय के चार-पांच बैंकों को छोड़कर अधिकांश बैंकों में लगे सीसीटीवी पूरी तरह काम नहीं कर रहे हैं. इससे घटना होने पर सीसीटीवी से रिकॉर्डिंग नहीं हो पाता है. इसके कारण घटना के अनुसंधान में काफी परेशानी होती है. चोर-उच्चकों में बैंक के सीसीटीवी का भी डर नहीं है. बैंक के मुख्य द्वार के बाहर सीसीटीवी 24 घंटे काम नहीं करने के फलस्वरूप वर्किंग आवर में चोर-उच्चकों की टोली अपने शिकार की तलाश में मंडराते नजर आते हैं. बगैर गार्ड के असुरक्षित हैं कई एटीएमजिला मुख्यालय में स्थित तीन दर्जन एटीएम में से अधिकांश एटीएम में सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं रहने के कारण कई बार छिनतई, कार्ड बदलने, दूसरे के कार्ड से पैसे निकालने जैसी कई घटनाएं होती हैं. बैंक प्रबंधन की ओर से अपने खर्च में कटौती करने के उद्देश्य से गार्ड नहीं रखने का परिणाम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. एजेंसियों के जिम्मे दी गयी एटीएम इसके प्रत्यक्ष प्रमाण है. ऐसे एटीएमों से निकले गंदे नोटों को बदलने के प्रति भी बैंक प्रबंधन का रवैया उचित नहीं होता है. तीन माह पूर्व नवादा व्यवहार न्यायालय के सामने स्थित पंजाब नेशनल बैंक की एटीएम से निकले गंदे 500-500 के नोटों को बैंक प्रबंधन ने बदलने से इनकार कर दिया था. एटीएम कार्ड धारकों की फजीहत के बाद किसी तरह पुराने नोटों को बदला जा सका. बैंकों में की जाती है जांच केनरा बैंक में सुरक्षा के नियमों के अनुसार प्रति महीने जांच की जाती है. सुरक्षा गार्ड के साथ-साथ सीसीटीवी की भी जांच होती है. ऑनसाइट एटीएम रहने के कारण गार्ड की तैनाती नहीं की गयी है. दूसरे स्थानों पर गार्ड के साथ ही एटीएम सेवा उपलब्ध करायी जायेगी.प्रशांत सिन्हा, प्रबंधक, केनरा बैंक