प्रदेश में नवादा तीसरे स्थान पर
प्रदेश में नवादा तीसरे स्थान पर परिवार नियोजन में भी महिलाएं पुरुषों से काफी आगे स्वास्थ्य केंद्रों पर चलाया जा रहा परिवार कल्याण सघन अभियान20 से 30 दिसंबर तक यह अभियान चलेगानसबंदी पर दो हजार व बंध्याकरण कराने पर मिलता है 14 सौ रुपये प्रोत्साहन राशिप्रतिनिधि, नवादा (नगर)परिवार नियोजन कार्यक्रम में भी जिले में पुरुषों […]
प्रदेश में नवादा तीसरे स्थान पर परिवार नियोजन में भी महिलाएं पुरुषों से काफी आगे स्वास्थ्य केंद्रों पर चलाया जा रहा परिवार कल्याण सघन अभियान20 से 30 दिसंबर तक यह अभियान चलेगानसबंदी पर दो हजार व बंध्याकरण कराने पर मिलता है 14 सौ रुपये प्रोत्साहन राशिप्रतिनिधि, नवादा (नगर)परिवार नियोजन कार्यक्रम में भी जिले में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं काफी आगे हैं. बंध्याकरण कराने में महिलाओं के मुकाबले नसबंदी कराने वाले पुरुषों की संख्या लगभग एक प्रतिशत ही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार कल्याण सघन अभियान पखवारा का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. बंध्याकरण ऑपरेशन के मामले में जिले का स्थान पूरे राज्यों में तीसरा है. सितंबर व अक्तूबर माह के स्पेशल ड्राइव अभियान के तहत राज्य के 25 बंध्याकरण करने वाले सर्जन डॉक्टर में से जिले के दो डॉक्टरों को विशेष सम्मान दिया गया है. लक्ष्य के अनुरूप सफलता नहीं मिल रही है, बावजूद लगातार सघन अभियान चलाये जाने से जिले में बंध्याकरण की संख्या अन्य जिलों की अपेक्षा ठीक है. हालांकि, पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बंध्याकरण की संख्या लगभग आधी ही है. 20 से 30 दिसंबर तक यह अभियान चलेगा. पिछले महीने 20 से 30 नवंबर तक चले बंध्याकरण अभियान में जिले में 308 ऑपरेशन किये गये है. इनमें से केवल सात पुरुष हैं, जबकि महिलाओं की संख्या 301 है. परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है, ताकि बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगायी जा सके. परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है़ इसे सफल बनाने के लिए आशा को विशेष जिम्मेवारी सौंपी गयी है. बंध्याकरण के लिए प्रेरित करने के लिए मोटीवेटर की भूमिका निभाने वाली आशा को भी दो सौ रुपये का प्रोत्साहन दिया जाता है. नही मिल रहा पुरुषों का सहयोग हम दो हमारे दो के नारे को अमल में लाने के मामले में महिलाएं ज्यादा सक्रिय दिख रही है. परिवार नियोजन के लिए कराये गये बंध्याकरण ऑपरेशन के आंकड़े इसको स्पष्ट कर रहे हैं. वर्ष 2014-15 में सामान्य तौर से मीनी लैप बंध्याकरण 8031 व प्रसव के समय कराये जानेवाले पोस्टपार्टम स्टेलाइजेशन (पीपीएस) ऑपरेशन 126 हुए हैं. यह दोनों ऑपरेशन महिलाओं ने ही कराये हैं. वहीं, एनएसवी कराने वाले पुरुषों की संख्या केवल 103 थी. वर्ष 2015 में अक्तूबर तक मीनी लैप बंध्याकरण 4226, पीपीएस ऑपरेशन 42 व एनएसवी कराने वाले पुरुषों की संख्या केवल 61 है. परिवार नियोजन अभियान को सफल बनाने में पुरुषों का सहयोग न के बराबर मिला है. यही कारण है कि जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने की काफी प्रयास के बावजूद अपेक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है. जागरूकता की भी कमीबंध्याकरण व नसबंदी को बढ़ावा देने के लिए परिवार कल्याण सघन अभियान 20 नवंबर से चलाया जा रहा है. बावजूद इसका प्रचार-प्रसार काफी कम दिखता है. प्रचार-प्रसार के अभाव में ऑपरेशन करानेवाले लाभुकों की संख्या अपेक्षा से कम है. 20 से 30 नवंबर तक इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में 308 ऑपरेशन किये गये हैं. इनमें मेसकौर स्वास्थ्य केंद्र को छोड़कर सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ऑपरेशन हुए है. यह अभियान 30 दिसंबर तक चलेगा. लोगों को किया जा रहा जागरूक बंध्याकरण को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. ऑपरेशन के साथ ही प्रोत्साहन के रुपये का चेक भी दिया जा रहा है. डॉ एसकेपी चक्रवर्ती, डीपीएम, जिला स्वास्थ्य समितिनवंबर में चले अभियान में हुए बंध्याकरण स्वास्थ्य केंद्र®संख्याअकबरपुर®17गोविंदपुर®16हिसुआ®21काशीचक®17कौआकोल®44मेसकौर®0नारदीगंज®17नरहट®21नवादा®40पकरीबरावां®9रजौली®20रोह®18सिरदला®30वारिसलीगंज®24सदर अस्पताल®14