आइआइटीयन रीतेश का आज से क्लास शुरू

आइआइटीयन रीतेश का आज से क्लास शुरूनिर्धन व मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्र-छात्राओं होंगे लाभांवित छात्रों के साथ अभिभावक भी हुए शामिलकई प्रखंडों से भी मार्गदर्शन को पहुंचे छात्रफोटो-6, 7प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयसबसे पिछड़े जिलों में शामिल जिले को शिक्षित बनाकर विकास के रास्ते पर लाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ छात्रों ने भी कमर कस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2015 8:43 PM

आइआइटीयन रीतेश का आज से क्लास शुरूनिर्धन व मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्र-छात्राओं होंगे लाभांवित छात्रों के साथ अभिभावक भी हुए शामिलकई प्रखंडों से भी मार्गदर्शन को पहुंचे छात्रफोटो-6, 7प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयसबसे पिछड़े जिलों में शामिल जिले को शिक्षित बनाकर विकास के रास्ते पर लाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ छात्रों ने भी कमर कस ली है. रविवार को सोशल इनीशिएटिव बाइ आइआइटीयन रीतेश के नि:शुल्क परामर्श कक्षाओं का उद्घाटन एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने दीप जला कर किया. मौके पर उपस्थित छात्रों एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए श्री पांडेय ने कहा कि इच्छाशक्ति, लगन और कठिन परिश्रम के बल पर छात्र अपने लक्ष्य को पा सकते हैं. सुविधाओं से वंचित शहर में आइआइटियन रीतेश कुमार द्वारा छात्र-छात्राओं को दिया जानेवाला परामर्श और सहयोग काफी सराहनीय है. इसी मिट्टी के लाल अपने जिले का सर्वांगीण विकास कर सकते हैं. ग्रामीण परिवेश से आइआइटी जैसे संस्थान में सफल होकर रीतेश ने पत्थर पर लकीर खींच दी और यहां के छात्रों के मार्गदर्शन कर ज्यादा छात्रों को उच्च शिक्षण संस्थानों में जाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे है. कार्यक्रम में पहुंचे छात्र-छात्राओं में अधिकतर निर्धन व मध्यमवर्गीय परिवार से थे. इनकी शिक्षा जिले के सरकारी विद्यालयों तथा गली मुहल्लों के प्राइवेट स्कूलों हो रही है. इनछात्र-छात्राओं के बड़े शहरों में जाकर महंगी कोचिंग करने तथा अपने सपनों को सच करने की हसरत यहीं दम तोड़ देती है. कई प्रतिभावान तथा मेधावी छात्र-छात्राओं का कैरियर सही सलाह व मार्गदर्शन के अभाव में भटक जाता है. ऐसे में रीतेश कुमार द्वारा दिया जानेवाला मार्गदर्शन इनकी आशाओं और सपनों को नयी उड़ान देगा. पकरीबरावां रोह, वारिसलीगंज जैसे प्रखंडों से पहुंचे छात्र-छात्राओं में गजब का उत्साह दिखा. कार्यक्रम में नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में सफल होने के गुर बताये जायेंगे. नि:शुल्क परामर्श कक्षाएं एक महीने चलेगी. इसमें नौवीं व 10वीं के छात्र-छात्राओं के लिए एक बैच तथा 11वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए दूसरा बैच चलाया जायेगा. मौके पर उपस्थित अभिभावकों ने रीतेश कुमार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जिले के छात्रों का मार्गदर्शन से नयी प्रतिभाएं उभर कर सामने आयेगी. इससे गरीब, दलित, शोषित परिवारों के बच्चों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. इस अवसर पर रीतेश कुमार के पिता प्रो परमानंद प्रसाद सिंह तथा माता मालती देवी को एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने सम्मानित किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में सेवानिवृत्त शिक्षक सुरेश कुमार का अथक प्रयास रहा. मौके पर श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज के प्राचार्य, लेक्चरर, शिक्षाकर्मी, अभिभावक सहित सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद थे. क्या कहते हैं लोगविद्यालय में सिलेबस की पढ़ाई के अलावा अन्य जानकारी नहीं दी जाती है. उच्च स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षाओं को आधार बनाकर नहीं पढ़ाया जाता है. इससे हम बड़े शहरों के छात्रों की तुलना में पिछड़ जाते हैं. परामर्श कक्षाओं से हमलोग लाभांवित होंगे. आकांक्षा, छात्रा मार्गदर्शन व सही सलाह से हमें मदद मिलेगी. शहर में आइआइटीयन से सरल तथा सुलभ तरीके से पढ़ना काफी रोमांचक है.शालू, छात्रास्थानीय छात्रों को सही मार्गदर्शन में उभरने का मौका मिलेगा. बड़े शहरों में जाकर पढ़ने में काफी खर्च होता है. यहां सही सलाह पाकर परीक्षा में उत्तीर्ण होने का हौसला मिलेगाकुमारी राशिका, छात्राप्रत्येक माता-पिता का सपना होता है कि उनके बच्चे सफल हो. लेकिन, महंगाई के दौर में बच्चों को महंगी शिक्षा उपलब्ध कराना गरीब लोगों के वश की चीज नहीं है. रीतेश कुमार का प्रयास हमारे सपनों को साकार करेगा.श्रवण कुमार, अभिभावकशहर में कोई उच्च स्तरीय संस्थान नहीं है. स्थानीय तौर पर मार्गदर्शन पाकर गरीब मेधावी छात्रों को काफी मदद मिलेगी. महेश प्रसाद विश्वकर्मा, अभिभावकआइआइटी की तैयारी का मार्गदर्शन शहर में ही मिलेगा. ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए काफी मददगार व सराहनीय प्रयास है. मो मुस्तकीम अंसारी, शिक्षक

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