अहले सुबह अस्पताल में नहीं मिलते डॉक्टर

अहले सुबह अस्पताल में नहीं मिलते डॉक्टर सदर अस्पताल की व्यवस्था पर उठ रहे प्रश्न चिह्न दवा के लिए लोगों को लगाना पड़ता है दुकानों का चक्करकैमरे देख टूटी ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की नींदफोटो-11प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयसदर अस्पताल की व्यवस्था सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही है. जैसे-जैसे अस्पताल प्रशासन की ओर से व्यवस्था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2015 7:23 PM

अहले सुबह अस्पताल में नहीं मिलते डॉक्टर सदर अस्पताल की व्यवस्था पर उठ रहे प्रश्न चिह्न दवा के लिए लोगों को लगाना पड़ता है दुकानों का चक्करकैमरे देख टूटी ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की नींदफोटो-11प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयसदर अस्पताल की व्यवस्था सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही है. जैसे-जैसे अस्पताल प्रशासन की ओर से व्यवस्था में सुधार के उपाय किये जा रहे हैं ठीक इसके विपरीत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कार्य निबटाया जा रहा है. मंगलवार की अहले सुबह सदर अस्पताल का नजारा कुछ और ही था. इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारी बेड पर खर्राटे भर रहे थे. ड्यूटी पर तैनात रहनेवाले चिकित्सक की कुरसी भी खाली थी. मंगलवार की अहले सुबह किस चिकित्सक की ड्यूटी थी यह भी मरीजों को पता नहीं चल पा रहा था. क्योंकि बोर्ड पर पांच दिसंबर का ही ड्यूटी चार्ट अंकित था. भरती मरीजों को दवा व इंजेक्शन की जानकारी लेने के लिए भी स्वास्थ्य कर्मियों को जगाना पड़ रहा था. महिला वार्ड में प्रभात खबर की टीम के पहुंचते ही हलचल मच गयी. कैमरे का फ्लैस चमकते ही मच्छरदानी के भीतर सोयी महिला स्वास्थ्य कर्मी की नींद खुली. कैमरे से बचने के लिए महिला जैसे-तैसे उठ कर मोबाइल से ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक को फोन कर सदर अस्पताल में आने की अपील कर रही थी. महिला वार्ड, इमरजेंसी वार्ड के साथ ही जेनरल वार्ड की भी स्थिति कुछ इसी तरह देखने को मिली. अस्पताल की सुरक्षा के लिए तैनात होमगार्ड के जवान भी सुबह की नींद की अंगड़ाई लेते पाये गये. सदर अस्पताल रात में पूर्णत: प्रशासनिक नियंत्रण से बाहर हो जाता है. जिसका फायदा चोर-उच्चके उठाते हैं. ऐसे में ही सदर अस्पताल से साइकिल, बाइक व मरीजों के सामान गायब होने की शिकायत मिलती रही है. ड्यूटी से गायब लोगों पर होगी कार्रवाई सदर अस्पताल में ड्यूटी से गायब स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. गायब रहने वाले चिकित्सक से भी स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. पहले सभी की जांच और रोगियों से पूछताछ की जायेगी. उसके बाद ही कार्रवाई संभव होगी. रामानंदन प्रसाद, उपाधीक्षक सदर अस्पताल

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