सब कुछ भगवान का है: रंगनाथाचार्य

सब कुछ भगवान का है: रंगनाथाचार्य फोटो-1नरहट. कभी मत कहो की यह मेरा है. हमेशा कहो की सब कुछ भगवान का है. मैं भगवान का हूं. भगवान मेरे हैं. यह बातें गुरुवार की शाम श्री वैष्णव सिद्धपीठ ठाकुरबाड़ी नरहट में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ व स्वामी धरनीधराचार्य जयंती के पर प्रवचन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 6:59 PM

सब कुछ भगवान का है: रंगनाथाचार्य फोटो-1नरहट. कभी मत कहो की यह मेरा है. हमेशा कहो की सब कुछ भगवान का है. मैं भगवान का हूं. भगवान मेरे हैं. यह बातें गुरुवार की शाम श्री वैष्णव सिद्धपीठ ठाकुरबाड़ी नरहट में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ व स्वामी धरनीधराचार्य जयंती के पर प्रवचन के दौरान स्वामी रंगनाथाचार्य जी महराज ने कही़ं स्वामी जी ने कहा की भगवान की भक्ति में अवरोध पैदा करने वाला का हमेशा अंत हुआ है़ घ्रुव प्रह्लाद को भक्ति मार्ग पर चलने में कितना अवरोध आया था़ लेकिन, भक्त हमेशा ईश्वर भक्ति करता रहा़ उन्होंने कहा की श्रीमद्भागवत अगर रोज पढ़ोगे, तो जिस तरह आइना में चेहरा दिखाई पड़ता है़ उसी तरह तुम्हारा चरित्र दिखाई पड़ेगा़ स्वामी जी ने कहा कि दानवी प्रवृत्ति वालों के लिए परमात्मा कभी अवतरित नहीं होते. किंतु, मानवीय आचरण वालों के कभी राम कभी कृष्ण के रूप में परमात्मा अवतरित हुए हैं. उन्होंने कहा कि सत्संग जरूर करो़ सत्संग मतलब अच्छाई का संग संतो का संग करो़ संग अपना रंग जरूर लाता है़ भक्त जो लक्ष्य बनाया है़ उसमें जो अवरोध पैदा होता है, भगवान उसे दूर करते है़ं भक्त को भी भगवान पर डीढ़ निश्चय होना चाहिए़ विश्वास नहीं है, तो फल नहीं मिलेगा़ स्वामी जी ने बताया की भजन प्रवचन का कार्यक्रम प्रति दिन शाम दो घंटे 16 दिसंबर तक चलेगा़ सात दिनों तक चलने वाला इस यज्ञ में प्रति दिन दूर-दूर से आये संत महात्माओं का प्रवचन व भजन की प्रस्तुत किया जा रहा है़ इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर श्रद्धालुओं ने प्रवचन व भजन का श्रवण किया़

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