मजदूर के अभाव में धान की कटाई प्रभावित
मजदूर के अभाव में धान की कटाई प्रभावित मजदूरों के पलायन से किसान हैं चिंतित रबी फसल पर पड़ रहा प्रतिकूल असर प्रतिनिधि, वारिसलीगंजमजदूरों की कमी से धान की कटनी नहीं हो पा रही है. मजदूरों की कमी से किसान हर वर्ष जूझते हैं. लेकिन, इस बार मजदूरों के पलायन की गति और तेज हो […]
मजदूर के अभाव में धान की कटाई प्रभावित मजदूरों के पलायन से किसान हैं चिंतित रबी फसल पर पड़ रहा प्रतिकूल असर प्रतिनिधि, वारिसलीगंजमजदूरों की कमी से धान की कटनी नहीं हो पा रही है. मजदूरों की कमी से किसान हर वर्ष जूझते हैं. लेकिन, इस बार मजदूरों के पलायन की गति और तेज हो जाने से किसान चिंतित हैं. बताया जाता है कि धान की रोपनी के समय मजदूरों की कमी नहीं होती है. क्योंकि सुदूरवर्ती राज्यों के ईंट भट्ठे से बरसात के कारण मजदूर अपने पैतृक गांव आ जाते हैं. लेकिन, कटनी शुरू होने के पूर्व भट्टेदार रुपये का लालच देकर इन्हें ईंट भट्ठे पर जाने को विवश कर देते हैं. कटनी देर से लगने के कारण रबी की फसल को भी नुकसान उठना पड़ता है. खासकर इस साल नमी नहीं रहने के कारण किसानों को रबी की चिंता ज्यादा ही सता रही है. नतीजतन किसानों को दोहरी हानि का सामना करना पड़ रहा है.समय से नहीं काटा गया धान राजापुर के सुरेश सिंह, नवल किशोर शर्मा, सौर के विरेंद्र कुमार शर्मा, मकनपुर के बबलू सिंह आदि किसानों ने बताया कि मजदूरों की कमी ने उनके सारे मेहनत पर पानी फेर दिया है. धनकटनी का काम समय पर नहीं हो रहा हैं. किसान मजदूर के अभाव में वैकल्पिक खेती की ओर झुकाव बना रहे हैं.