फिर चालू होगा रेफरल अस्पताल

फिर चालू होगा रेफरल अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच पांच घंटे तक अस्पताल में सुविधाओं व कार्यप्रणाली का किया गया आंकलन फोटो-1प्रतिनिधि, वारिसलीगंज स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों में आयी कमियों को दूर करने के लिए टीम का गठन किया था. यह टीम वारिसलीगंज के रेफरल व पीएचसी अस्पतालों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2015 6:55 PM

फिर चालू होगा रेफरल अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच पांच घंटे तक अस्पताल में सुविधाओं व कार्यप्रणाली का किया गया आंकलन फोटो-1प्रतिनिधि, वारिसलीगंज स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों में आयी कमियों को दूर करने के लिए टीम का गठन किया था. यह टीम वारिसलीगंज के रेफरल व पीएचसी अस्पतालों की मंगलवार को बारिकी से जांच की. टीम में राज्य के सीएमओ डॉ जेपी सुकुमार, पटना के सिनियर डिप्टी कलेक्टर शशांक कुमार, राज्य के हेल्थ सोसाइटी के डॉ विजय चौधरी शामिल थे. तकरीबन पांच घंटे चले निरीक्षण कार्यक्रम में अस्पताल के सभी विभागों में चल रहे कार्यें का अवलोकन किया गया. खास कर रेफरल अस्पताल में तमाम वार्डों, भवनों व विभागों सहित रख-रखाव का आकलन बेहतर तरीके से किया गया. टीम के सदस्य डॉ सुकुमार ने बताया कि टीम गठन का उदेश्य स्वास्थ्य संस्थानों को जांचोपरांत होने वाली कमियों को दूर कर उचित कदम उठाया जायेगा. जबकि, सरकार द्वारा दिये गये मापदंड के अनुसार जन-जन तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता में है. उन्होंने बताया कि बंद रेफरल अस्पताल को पुन: चालू किया जायेगा. क्योंकि, यहां भवन आदि की उपलब्धता काफी अच्छी है. कब तक चालू किया जायेगा. इस सवाल को टालते हुए कहा गया कि इसमें कुछ समय तो जरूर लगेंगे, परंतु जल्द ही चालू होगा. गाैरतलब है कि स्थानीय विधायक व राज्य मंत्री बंदी शंकर सिंह द्वारा वर्ष 1986 में काफी रुपये की लागत से रेफरल अस्पताल का निर्माण कराया गया. परंतु, विभाग व स्थानीय अधिकारियों के निष्क्रियता के चलते यह अस्पताल वर्षों से स्वयं बीमार चल रहा है. टीम के सदस्यों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी काफी अनियमिता की बात स्वीकारी. हालांकि, कहा गया कि अनियमिता करने वाले अधिकारी व कर्मी नपेंगे. टीम के सदस्यों को स्थानीय आशा आदि ने भी अपने समस्या से अवगत कराया और निराकरण का आग्रह किया. मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ एसकेपी चक्रवर्ती, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार अादि लोग शामिल थे.

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