बैंकों में तीन दिन छुट्टी का बाजार पर असर
एटीएम भी उपभोक्ताओं को दे रही दगा अपने पैसे निकालने के लिए भी करनी पड़ रही मशक्कत नवादा (सदर) : सरकारी व गैर सरकारी बैंकों में तीन दिन की लगातार बंदी से लोगों का काम प्रभावित हो रहा है. बैंको में जमा-निकासी के साथ ही आरटीजीएस, नेफ्ट, चालान जमा करने, डिमांड ड्राफ्ट बनाने जैसे कार्यो […]
एटीएम भी उपभोक्ताओं को दे रही दगा
अपने पैसे निकालने के लिए भी करनी पड़ रही मशक्कत
नवादा (सदर) : सरकारी व गैर सरकारी बैंकों में तीन दिन की लगातार बंदी से लोगों का काम प्रभावित हो रहा है. बैंको में जमा-निकासी के साथ ही आरटीजीएस, नेफ्ट, चालान जमा करने, डिमांड ड्राफ्ट बनाने जैसे कार्यो पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. बैंकों में जमा अपने पैसे निकालने के लिए भी मशक्कत करने के बाद भी उपभोक्ताओं को सफलता नहीं मिल रही है. क्योंकि, बैंकों के एटीएम पहले दिन से ही दगा दे रहे हैं.
25 दिसंबर को क्रिसमस, 26 दिसंबर को चौथे शनिवार की छुट्टी व 27 दिसंबर को रविवार के कारण बैंक बंद हैं. तीन दिनों की लगातार छुट्टी ने बैंकिंग सेवा के साथ-साथ व्यवसायिक सेवा भी प्रभावित कर दिया है. इमरजेंसी होने के बाद भी उपभोक्ता अपने रुपये बैंक से निकाल नहीं पा रहे हैं.
जिले में कहने को तो प्राय सभी बैंको की शाखाएं व एटीएम है. परंतु, साप्ताहिक छुट्टी सभी बैंकों का रविवार को ही होने के कारण लोगों को परेशानी होती है. ऐसे कई बैंकों का एटीएम तो शनिवार को बैंक बंद होने के साथ ही उपभोक्ताओं को पैसे भी देना बंद कर देता है.
कई बैंकों में मशीन खराब है का बोर्ड टांग दिया जाता है, तो कई में शटर डाउन कर दिया जाता है. भारतीय स्टेट बैंक की सात एटीएम में से पांच ही सही तरीके से काम करता है. जबकि, कृषि बाजार शाखा का एटीएम हमेशा बंद रहता है. पंजाब नेशनल बैंक की दो तीन एटीएम ऐसे हैं, जहां से उपभोक्ताओं को हमेशा निराशा ही हाथ लगता है.
पुलिस लाइन में शुरु नहीं हुई एटीएम सेवा
भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा की ओर से पुलिस लाइन में आरक्षियों में एटीएम सेवा केंद्र की स्थापना की गयी है. तीन महीना बीतने के बाद भी पुलिस लाइन में एटीएम सेवा की शुरुआत नहीं हुई.
पुलिस लाइन में रहने वाले आरक्षियों को बैंक से अपने पैसे निकालने के लिए तीन किलोमीटर दूर सदभावना चौक या पांच किलोमीटर दूर प्रजातंत्र चौक स्थित एटीएम का सहारा लेना पड़ता है.
मरीजों को हुई परेशानी
बैंकों में तीन दिन की लगातार छुट्टी के कारण कई मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर से प्रधान डाकघर के समीप रहने वाले एक व्यक्ति का इलाज पैसे के अभाव में नहीं हो पा रहा है.
क्योंकि, इलाज के लिए जितने पैसे की आवश्यकता वह बैंक बंदी के कारण नहीं निकाला जा सकता और उतने पैसे बैंक का एटीएम भी नहीं दे रहा है. परिजन मनोज कुमार ने बताया कि लोगों से चंदा इकट्ठा किया जा रहा है, तब उनकी इलाज पटना स्थित पारस अस्पताल में हो पायेगी.
साप्ताहिक बंदी में बदलाव की मांग
जिले में स्थित विभिन्न बैंकों से जुड़े एक दर्जन से अधिक उपभोक्ताओं ने बैंक प्रबंधन से साप्ताहिक बंदी में बदलाव लाने की मांग की है. बैंक उपभोक्ता ब्रजेश कुमार राय, राणा अभय कुमार महारौड, विजय भान सिंह, मनोज कुमार, मोहम्मद जावेद आदि उपभोक्ताओं ने कहा है कि एसबीआइ की तीन व पीएनबी की दो शाखाएं नवादा में कार्यरत है. ऐसे में दोनों बैंक अपने साप्ताहिक बंदी अलग अलग दिन रखें, तो उपभोक्ताओं को छुट्टी के दिनों में रुपये रुपये निकालने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.