पुलिस की लापरवाही से गयी बुसरा की जान

नवादा (सदर) : सोमवार की सुबह से लापता चार वर्षीय बुसरा का शव मंगलवार की सुबह मिलने से मची सनसनी के बाद स्थानीय लोग इस घटना के लिए पुलिस को ही जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. बच्ची लापता होने की सूचना दिये जाने के बाद भी पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने कारण ही हत्या जैसी जघन्य घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 7:36 AM
नवादा (सदर) : सोमवार की सुबह से लापता चार वर्षीय बुसरा का शव मंगलवार की सुबह मिलने से मची सनसनी के बाद स्थानीय लोग इस घटना के लिए पुलिस को ही जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. बच्ची लापता होने की सूचना दिये जाने के बाद भी पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने कारण ही हत्या जैसी जघन्य घटना को अपराधियों ने अंजाम दिया. पीड़ित पिता मोहम्मद नौशाद उर्फ बबलू का कहना है कि लापता होने की घटना के बाद ही पुलिस अगर सक्रिय होती, तो हमारी बच्ची की जान बच सकती थी.
लापता होने की सूचना पर पुलिस नहीं पहुंच कर शव मिलने की सूचना पर पहुंचती है. शायद पुलिस को हमारी बच्ची के शव आने का ही इंतजार था. बबलू ने कहा कि घटना के बाद एसडीपीओ साहब घर आकर सिर्फ मातम पुर्सी कर गये. हमारी बच्ची के हत्यारों को पकड़ने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की. बुसरा की अम्मी का भी रो-रो कर बुरा हाल था. वह बार-बार एक ही बात कह रही थी कि हमारी बुसरा ने किसी का क्या बिगाड़ा था, जो अपराधियों ने उसे मौत की घाट उतार दिया. अम्मी ने बताया कि हमारे मुहल्ले की ही कुछ अपराधी किस्म के लोगों ने बच्ची की हत्या की है.
क्योंकि, बच्ची खेलने के लिए घर से दूर भी नहीं जाती थी. बच्ची के नाभी के नीचे होल के निशान और उसमें भरे चोकर का ढेर को देख कर मुहल्लेवाले भी तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं. कुछ लोग बच्ची की किड‍नी निकालने का भी मामला बता रहे है, तो कुछ लोगों ने महज एक हत्या का मामला करार दे रहे हैं.
मामला कुछ भी हो स्थानीय लोगों में बुसरा की हत्या को लेकर पुलिस के प्रति काफी नाराजगी देखी जा रही थी. हर कोई के जुवान पर बस यही बात था की 24 घंटे बाद भी पुलिस कोई कदम नहीं उठायी है. घर के बाहर बुधवार को स्थानीय लोगों का भीड़-भाड़ देखी गयी.

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