काफी प्रयास के बाद भी नहीं थम रहा बाल श्रम
नवादा (सदर) : जिले में श्रम विभाग की लापरवाही से बाल श्रम उन्मूलन कार्यक्रम को सफलता नहीं मिल रही है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम है कि शहर के कई होटलों, गैराजों, खतरनाक कारखानों व ईंट भट्ठों पर छोटे-छोटे बच्चों से श्रम कराया जा रहा है. पैसे के लालच में ऐसे बच्चों के अभिभावक […]
नवादा (सदर) : जिले में श्रम विभाग की लापरवाही से बाल श्रम उन्मूलन कार्यक्रम को सफलता नहीं मिल रही है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम है कि शहर के कई होटलों, गैराजों, खतरनाक कारखानों व ईंट भट्ठों पर छोटे-छोटे बच्चों से श्रम कराया जा रहा है.
पैसे के लालच में ऐसे बच्चों के अभिभावक खुद के साथ ही बच्चों से ही काम कराते हैं.कच्ची उम्र में पढ़ने की बजाय बच्चों को खतरनाक कारखानों, मोटर गैराजों में काम कराया जाता है. साथ ही होटलों में भी भट्ठी के समीप काम लिया जाता है. ईंट भट्ठों पर ऐसे बच्चों से कच्चे ईंट ढोने के साथ ही पक्के ईंट निकालने का काम लिया जाता है, जो बाल श्रम उन्मूलन की धज्जियां उड़ा रही है.
पिछले कई वर्षों पहले श्रम विभाग के धावा दल द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में अभियान चला कर बाल श्रमिक के खिलाफ कार्रवाई की जाती थी. परंतु, इन दिनों विभाग द्वारा कोई अभियान नहीं चलाये जाने के कारण ईंट भट्ठा संचालक, गैराज मालिक, होटल व्यवसायी द्वारा कम पैसे में ऐसे बाल श्रमिकों का आर्थिक के साथ-साथ शारीरिक दोहन किया जा रहा है.
खनन विभाग ने जारी किया नोटिस
जिले भर में चलाये जा रहे ईंट भट्ठा संचालकों को खनन विभाग ने नोटिस जारी किया है. इसमें यह प्रमाण-पत्र संचालकों को देना है कि उनके ईंट भट्ठे बाल श्रम मुक्त है. विभागीय अधिकारी मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि नोटिस के बाद लिखित प्रमाण नहीं देनेवाले भट्ठा संचालकों के खिलाफ खनन व श्रम अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी.
उन्होंने कहा कि प्रमाणपत्र देने के बाद भी किसी भी ईंट भट्ठे पर छापेमारी के दौरान बाल श्रम पाया गया, तो ऐसे भट्ठा संचालकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर भट्ठे को सीज कर दिया जायेगा.
होगी कानूनी कार्रवाई
जिले में बाल श्रम उन्मूलन के लिए प्रशासन प्रयासशील है. विभाग के अधिकारियों को अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. होटलों, गैराजों व ईंट भट्ठों पर छापेमारी कर बाल श्रमिकों को मुक्त कराने का निर्देश दिया गया है. बाल श्रम कराने वाले को कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
राजेश कुमार, सदर एसडीओ