कैथिर पंचायत. पानी, सिंचाई, शौचालय, संपर्क पथ, नाली, जलनिकासी की समस्याएं जस की तस

कैथिर पंचायत. पानी, सिंचाई, शौचालय, संपर्क पथ, नाली, जलनिकासी की समस्याएं जस की तस चुनाव में मुद्दे बरकरार, जनता असंतुष्ट पहाड़ी क्षेत्र होने से पानी व सिंचाई की समस्या सबसे बड़ी़ कामों की कागजी खानापूर्ति का आरोप, जनता के बीच कम रहे जनप्रतिनिधिपंचायत चुनाव की सरगरमी तेज होते ही विकास का मुद्दा सबसे अधिक है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2016 7:02 PM

कैथिर पंचायत. पानी, सिंचाई, शौचालय, संपर्क पथ, नाली, जलनिकासी की समस्याएं जस की तस चुनाव में मुद्दे बरकरार, जनता असंतुष्ट पहाड़ी क्षेत्र होने से पानी व सिंचाई की समस्या सबसे बड़ी़ कामों की कागजी खानापूर्ति का आरोप, जनता के बीच कम रहे जनप्रतिनिधिपंचायत चुनाव की सरगरमी तेज होते ही विकास का मुद्दा सबसे अधिक है. हिसुआ की कैथिर पंचायत में पानी, सिंचाई, शौचालय, संपर्क पथ, नाली, जलनिकासी की समस्याएं जस की तस है. इन्हीं मुद्दों को लेकर एक बार भी मतदाताओं के पास प्रत्याशी वोट मांगने पहुंच रहे हैं. लोग इस बार चुप्पी साधे हैं. उनका आरोप है कि जनता के बीच जनप्रतिनिधि कम रहे. कामों की कागजी खानापूर्ति की गयी. पंचायत पहाड़ी क्षेत्र होने से पानी व सिंचाई की समस्या सबसे बड़ी है, जो अब तक बरकरारा है.फोटो- हिसुआ1कैप्शन-बेकार चापाकल, बदहाल संपर्क पथ, अधूरा बना मनरेगा भवन -आम लोगों का बाईट और फोटोप्रतिनिधि4 हिसुआहिसुआ की कैथिर पंचायत में आमजनों की बुनियादी जरूरत के मुद्दे जस के तस हैं. गांवों में मुखिया सहित जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी असंतुष्टि सामने आती है़ खासकर मुखिया के प्रति लोगों के क्षोभ भरे विचार हैं. जनता के बीच मुखिया कम रहे और जनता की सहमति से उनके मुद्दों का समाधान नहीं किया़ काम हुआ पर कामों की खानापूर्ति भी होने का आरोप है़ आमजन वैसे जनप्रतिनिधि को चाहते हैं जो उनकी जड़वत समस्याओं को दूर करने का बीड़ा उठाने वाला हो़ पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यहां की सबसे बड़ी समस्या पानी व सिंचाई की है़ पानी की किल्लत कैथिर, अजय, विजय नगर, कैथिर कलोनी आदि स्थानों पर ज्यादा दिखती है़ नये चापाकल नहीं लगे सो नहीं, लगे पर खराब चापाकलों की मरम्मत की पहल नहीं हुई. पूरे कैथिर गांव को पानी पीलाने वाला मीठे कुएं ने भी अब जवाब दे दिया है़ तिलैया नदी से कैथिर गांव तक आनेवाला सिंचाई का मुख्य साधन पइन की साफ-सफाई पर कोई काम नहीं हुआ़ सिंचाई का समुचित साधन नहीं रहने से पान की खेती करनेवाले किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है़ दूर-दूर से ढो-ढोकर पानी लाना पड़ता है़ साफ-सफाई व शौचालय निर्माण के लिए जब चहुंओर अभियान चल रहा है तब भी यहां नालियों की साफ-सफाई नहीं होने का मंजर चहुंओर है़ शौचालय निर्माण में पंचायत पीछे हैं. कैथिर सहित कई गांवों में इस पर कोई काम नहीं हुआ़ चौनपुर, आशानगर, चकपर, मुर्गिया चक आदि गांवों का संपर्क पथ नहीं बन सका़ आवागमन के लिए पगडंडियों का सहारा है़ कैथिर गांव को जानेवाला पथ चार साल से बदहाल है़ बोल्डर व पत्थर बिछे हैं, जिसपर चल पाना कठिन है़ पहाड़ की तराई में बसा महादलित का गांव अजयनगर व विजयनगर में पानी की निकासी के लिए कोई काम नहीं हुए़ बरसात में यहां के गलियों में जलजमाव से चल पाना भी काफी दूभर होता है़ यहां नालियों का निर्माण नहीं किया गया़ पंचायत में सामुदायिक भवन, पंचायत भवन, मनरेगा भवन आदि नहीं बने, जो पहले से भी बने थे किसी भी मुखिया के कार्यकाल में उसकी मरम्मत के लिए प्रयास तक नहीं हुए. स्थित वे भी ध्वस्त होते गये़ कैथिर कॉलोनी में बननेवाले मनरेगा भवन का काम भी आधा अधूरा है़ आम लोग निर्माण की राशि की निकासी कर ली जाने का आरोप लगाते हैं. मनरेगा योजना से होनेवाले कामों में कागजी खानापूर्ति की बात कही जा रही है. आमजन कहीं भी काम नहीं होने का आरोप लगाते हैं. इंदिरा आवास का वितरण, शौचालय निर्माण आदि के कामों में काफी उदासीनता रही़ कम लोगों के लाभांवित होने की बातें हैं. बड़ी आबादी वाले कैथिर सहित कई गांवों में मध्य विद्यालय व उच्च विद्यालय की जरूरत बतायी गयी़ शिक्षक नियोजन में भी अनियमितता का आरोप बन रहा चुनावी मुद्दा2008 के शिक्षक नियोजन में मुखिया व नियोजन समिति द्वारा अनिमितता किये जाने का आरोप आम जन लगा रहे हैं. इस मामले में उच्च अधिकारियों तक शिकायतें भी गयी थी़ मामले की जांच चल रही है, जैसा की पंचायत के लोगों ने बताया़ लोग कोर्ट तक जाने की तैयारी में हैं. लोगों ने इसे भी चुनावी मुद्दा बनाने की बात कही़ वोट मांगने वालों को इसका जवाब मांगा जायेगा़ मामले का पर्दाफाश करने की पहल करे जीतने वाले प्रत्याशी. सुनील मांझी, गगन कुमार मगहिया, कमलेश कुमार, चंदन कुमार, गुलशन कुमार, कल्याणकारी कुमार, पिंटू कुमार, चंद्रशेखर कुमार, रामबाबू, चिंटू कुमार, रोशन कुमार, बसंत सिंह, मिथिलेश कुमार, अशोक कुमार, रामनंदन प्रसाद, वीरेंद्र सिंह, बांधो यादव, लालो देवी, प्रभु मांझी, सरिता देवी, रीता देवी, नवीन कुमार, चंदर मांझी सहित आम लोगों ने संतुष्टि व असंतुष्टि को जाहिर किया़————————-आम लोगों की असंतुष्टि व संतुष्टिपंचायत सरकार से हमारी आशाएं पूरी नहीं हुई, बल्कि ध्वस्त हुई़ हमलोगों को इंदिरा आवास, शौचालय, चापाकल आदि का लाभ नहीं मिला़ एक चापाकल मुहल्ले में लगा था, वो भी बेकार पड़ा है़ गरमी में क्या होगा.सुनील कुमार मांझी, कैथिर कॉलोनी परपांच साल में मुखिया फंड से यहां कोई काम नहीं हुआ़ पंचायत में ज्यादातर कामों की कागजी खानापूर्ति है़ पइन व मिट्टी कटाई के काम कागजी है़ं सूचना के तहत जानकारी हासिल की जा सकती है़गगन कुमार मगहिया, कैथिरयहां पीने के लिए पानी की समस्या सबसे बड़ी है, जिसपर काम नहीं हुआ़ नाली का निर्माण नहीं हुआ. गांववाले श्रमदान से नालियों की उड़ाही करते हैं. गांव में सामुदायिक भवन का निर्माण नहीं हुआ़कमलेश कुमार उर्फ मृत्युंजय, कैथिरस्वच्छता अभियान का सबसे बड़ा काम शौचालय निर्माण में पंचायत काफी पीछे हैं. कैथिर गांव में लाभ नहीं के बराबर मिला़ मुखिय भ्रष्टाचार में लिप्त रहे़ बिचौलियों की चलती रही़ आमजन का नहीं सुना गया.बसंत सिंह, कैथिर मुख्यालय2008 की शिक्षक बहाली जो हाल में हुई है, उसमें काफी अनिमितता हुई. मुखिया व नियोजन इकाई ने मनमानी की़ वोट मांगने आनेवालों को इसका जबाव देना होगा़ जिन्होंने किया वे भी और जो नहीं किये उन्हें इसका पर्दाफाश करना होगा़रामनंदन सिंह उर्फ राम बाबू, कैथिर मुख्यालय पहाड़ की तराई में घर है़ बरसात में पहाड़ का पानी आ जान से घर व गली पानी से भर जाता है़ पूरे गांव को परेशानी होती है़ इस पर अब तक कोई काम नहीं हुआ़ सबको भोगना पड़ता है.प्रभु मांझी, अजय नगरमुखिया जी कोय काम न करलथिन. हमन्हीं के परेशानी होते रहऽ हइ़ नल्ली न बनलई, सउ के इंदिरा आवास न मिललइ, राशन-केरोसिन जल्दी न मिलऽ हइ रीता देवी, अजय नगरहमन्हीं के हिंछा पूरा न भेलइ़ मुखिया जी वोट लेके चल चा हथिन पर हमन्हीं के न देखऽ हथिन चापाकल खराबे है़ पीये ले पानी लाबे दूर जाय पड़ऽ हइ़ गल्ली में ऐटा नहिंए लगलइ.सरिता देवी, विजय नगर——————- कैथिर पंचायत में अब तक मुखिया 1977®गौरी शंकर सिंह1977 से 2001®उमा सिंह 2001 से 2006 तक®बालेश्वर सिंह2006 से 2011 तक® यमुना पासवान2011 से 2016 तक® अरविंद मांझी———————–निवर्तमान मुखिया के कार्यकाल में विकासश्रीरामपुर गांव में पीसी ढलाई, कैथिर में ईंट सोलिंग, चक पर आरसीसी पुलिया, केंदुआ गांव में ईंट सोलिंग व पीसीसी ढलाई, चौनपुर गांव में ईंट सोलिंग, मोतनाजे में ईंट सोलिंग, अजयनगर में ईंट सोलिंग व नाली निर्माण, विजयनगर में ईंट सोलिंग व पीसीसी ढलाई, मुर्गिया चक में ईंट सोलिंग, बुधौल गांव में ईंट सोलिंग, चक पर पथ का निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण, मनरेगा के तहत जहां-तहां काम, 15-18 चापाकल लगाये गये़ —————–जो काम नहीं हो सके पानी की घोर किल्लतचापाकल गाड़ने व मरम्मत कराने का काम नहीं हुएसिंचाई के मुख्य स्त्रोत कैथिर के मुख्य पइन की सफाई का काम नहीं हुआसंपर्क पथ, गली का निर्माण व विकास काम नहीं हुआकैथिर गांव तक जानेवाली सड़क चार सालों से बदहाल, कालीकरण की पहल नहींपहाड़ की तराई वाले गांव अजयनगर व विजय नगर में जल निकासी पर कोई काम नहींसामुदायिक भवन, पंचायत भवन का निर्माण नहीं हुआस्वास्थ्य व पशु चिकित्सा के लिए कोई पहल नहींकैथिर के कॉलोनी में मनरेगा भवन का निर्माण आधा-अधूराकेंदुआ गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण पूरा नहीं राघोरूपसपुर में ईंट सोलिंग का काम आधा अधूरा————————–कैथिर पंचायत में मतदाता- 7474वार्डों की संख्या-13पंचायत समिति सीट-01प्रत्याशियों की संख्यामुखिया प्रत्याशी-22सरपंच प्रत्याशी 04पंचायत समिति सदस्य 08वार्ड सदस्य प्रत्याशी-30पंच प्रत्याशी-09 बूथों की संख्या- 16————-कैथिर पंचायत के गांवकैथिर, बुधौल, श्रीरामपुर, केंदुआ, चौनपुर, मोतनाजे, गोंदरा पर, अजयनगर, विजयनगर, मुर्गियाचक, चक पर, आशा नगर, केंदुआ विजयनगर, कोनिया पर

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