चैती काली पूजा के लिए निकल कलशयात्रा
चैती काली पूजा के लिए निकल कलशयात्रा तिलैया नदी से कलश में भरा गया जल नरहट. चैत नवरात्र को लेकर शुक्रवार को सहगाजीपुर में मां काली पूजा समिति के लोगों द्वारा गाजे-बाजे के साथ कलश स्थापना के लिए तिलैया नदी से जल भर कर लाया गया़ चैती काली पूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह […]
चैती काली पूजा के लिए निकल कलशयात्रा तिलैया नदी से कलश में भरा गया जल नरहट. चैत नवरात्र को लेकर शुक्रवार को सहगाजीपुर में मां काली पूजा समिति के लोगों द्वारा गाजे-बाजे के साथ कलश स्थापना के लिए तिलैया नदी से जल भर कर लाया गया़ चैती काली पूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. नाचते-गाते माता की जयकारा लगाते कलशयात्रा में सैकड़ों की संख्या में पुरुष, महिलाएं व बच्चों ने भाग लिया़ चैत नवरात्र व छठ को लेकर गांवों व बाजारों में इन दिनों चहल-पहल काफी बढ़ गयी है. पूजा में लगनेवाली आवश्यक समान की खारीदारी को लेकर बाजारों में भी भीड़ देखी जा रही है. सहगाजीपुर में लगातार पांच साल से मां काली की प्रतिमा बैठा कर पूजा-अर्चना की जाती रही है. इसके लिए कुशल कारीगर द्वारा मां काली को भव्य और सुंदर प्रतिमा का अंतिम रूप दिया जा रहा है़ पूजा समिति के सदस्य केदार तांती ने बताया कि नवरात्र के मौके पर सहगाजीपुर काली मंदिर परिसर में प्रति दिन संध्या दो घंटे भजन एवं राम चरित्र मानस पाठ प्रवचन का आयोजन किया जायेगा़ इस कलशयात्रा में कामता सिंह, महेश तांती, रामस्वरूप सिंह, केदार तांती, धर्मेंद्र सिंह, संजय सिंह, पंकज सिंह, संतोष सिंह, रामेश्वर सिंह, उमेश सिंह, सदन सिंह व राजेश सिंह समेत सैकड़ों श्रद्धालु शामिल थे़