विकास की हत्या ने साबित किया, नहीं थम रहे जिले में अपराध
पिछले वर्ष की कई बड़ी घटनाओं का नहीं मिला पुलिस को सुराग
नवादा : अपराधियों ने नये साल पर प्रशासन के लिए चुनौती पेश किया है. छात्र विकास कुमार की हत्या से यह साबित करने का प्रयास किया है कि अपराध थमा नहीं है. हालांकि, बीते साल भी आपराधिक घटनाओं का ग्राफ कुछ कम नहीं रहा. पर, वर्ष 2014 की शुरुआत जिस अंदाज में हुई है यह पुलिस के लिये चुनौती है.
बीते साल भी चोरी, डकैती, लूट, छिनतई, अपहरण, हत्या जैसी घटनाओं से पुलिस को सामना करना पड़ा. नये साल में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होने से पुलिसिया कार्रवाई पर उंगली उठना लाजिमी है. एक जनवरी की सुबह पौ फटते ही लोग नये साल के आनंद में डूबे थे.
इसी बीच विकास की लाश मिलने और उसके परिवार में मचे क्रंदन से शहर स्तब्ध रह गया है. घटना का कारण चाहे जो भी रहा हो पर, यह सच्चई है कि अपराधियों को पुलिस का भय बिल्कुल ही नहीं रहा है. बीते साल पुलिस ने उपलब्धियों के नाम पर लंबी फेहरिस्त बनायी है.
पर, अपराध रोक पाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. कई बड़ी घटनाओं की सुराग तक पुलिस को नहीं मिल सकी. यह अपराध के पनपने का बड़ा कारण हो सकता है. पर इससे भी बड़ा शहर वासियों का दिल जो कहता-है मुस्कुराइयें यह नवादा है.