हिंदी नव वर्ष की लोगों ने दी शुभकामनाएं

हिंदी नव वर्ष की लोगों ने दी शुभकामनाएं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डाॅ केशव बलीराम हेडगेवार का मनाया गया 127वां जन्म दिवस नव वर्ष मंगलमय हो का नारा लगाते हुए स्वयंसेवकों ने किया नगर भ्रमण फोटो-नवादा/6कैप्शन- पथ संचलन में शामिल कार्यकर्ताप्रतिनिधि4नवादा (नगर)सौम्य संवत के रूप में जानेवाले विक्रम संवत 2073 की शुरुआत के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

हिंदी नव वर्ष की लोगों ने दी शुभकामनाएं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डाॅ केशव बलीराम हेडगेवार का मनाया गया 127वां जन्म दिवस नव वर्ष मंगलमय हो का नारा लगाते हुए स्वयंसेवकों ने किया नगर भ्रमण फोटो-नवादा/6कैप्शन- पथ संचलन में शामिल कार्यकर्ताप्रतिनिधि4नवादा (नगर)सौम्य संवत के रूप में जानेवाले विक्रम संवत 2073 की शुरुआत के साथ हिंदी नव वर्ष नगर के कई स्थानों पर धूमधाम के साथ मनाया गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नव वर्ष के अवसर पर कई कार्यक्रम किये गये. नगर में नव वर्ष मंगलमय हो का नारा लगाते हुए हाथों में भगवा ध्वज लिये स्वयं सेवकों की टोली नगर के प्रमुख सड़कों पर देखी गयी. संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम के तहत गणवेश धारी स्वयंसेवकों ने शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण किया. ठाकुरबाड़ी रोड, पुरानी बाजार, मेन रोड, गोला रोड, सोनार पट्टी आदि क्षेत्रों से होता हुआ स्वयं सेवकों का पथसंचलन पुन: फल गली कार्यालय पहुंचा. कार्यक्रम के दूसरे भाग में संघ संस्थापक डाॅ केशव बलीराम हेडगेवार की 127वीं जन्म दिवस मनाया गया. संघ संचालक को नमन करते हुए भगवा ध्वज फहराया गया व संघ संस्थापक को लोगों ने याद किया. नालंदा विभाग के संघ चालक डाॅ अशोक कुमार ने कहा कि नव वर्ष के दिन ही संघ संस्थापक का जन्म हुआ था. नव वर्ष का इतिहास अपने आप में काफी महत्वपूर्ण हैं. आज लोग अंगरेजों की गुलामी में रहने के कारण प्राचीन नव वर्ष को भूल कर विदेशी नव वर्ष मनाने लगे. वर्ष प्रतिपदा के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि ब्रह्म पुराण के अनुसार एक अरब 57 करोड़ 49 हजार 115 वर्ष पहले भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी. इसी दिवस को नव वर्ष के रूप में मनाते है. सिक्ख पंथ के दूसरे गुरु अंगद देव जी का जन्म भी आज ही मनाया जाता है. भारत के महान प्रतापी राजा विक्रमा आदित्य ने विक्रम संवत का शुभारंभ भी चैत प्रतिपदा से माता जगदंबा की पूजा-अर्चना के बाद की थी. स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना, महाभारत युद्ध के बाद युधिष्ठिर का राज्यभिषेक, भगवान श्री राम का राज्याभिषेक भी आज ही के दिन हुआ था. भक्ति और शक्ति की देवी मां दुर्गे की नवरात्र की पूजा अर्चना आज हीं से शुरू होती है. इस महत्व के दिवस को पूरे विश्व में एक विशेष दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए. आरएसएस भारत माता को पुन: परम वैभव पर बैठा कर विश्व बंधुत्व का मार्गदर्शन करने का काम कर रही है. कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि देश की अलगावादी ताकतें भारत विरोधी नारा लगा कर देश को अलग थलग करना चाह रही है. स्वयंसेवक अपने सामर्थय व क्षमता के अनुरूप इन बातों का प्रतिकार करें व भारतवादी मानसिकता के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करें. कार्यक्रम में नगर संचालक वीरेंद्र प्रसाद, सह नगर संचालक आरपी साहू, जिला प्रचार प्रमुख दयानंद प्रसाद गुप्ता, प्रदीप कुमार, मधुसूदन प्रसाद, उदय शंकर, अमरेंद्र कुमार, सतीश कुमार, विनय अग्रवाल आदि लोग उपस्थित थे. इधर, अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा द्वारा भी हिंदी नव वर्ष के अवसर पर लोगों को शुभाकामना दी गयी व भारतीय संस्कृति सभ्यता को प्रभावी रूप से आगे बढाने की बात कही गयी.

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