फिर भी सैलानियों की उमड़ी भीड़

नवादा (सदर) : बिहार के कश्मीर के रूप में प्रसिद्ध जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर अवस्थित ककोलत जल प्रपात अपनी शीतलता से लोगों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है़ भले ही इस वर्ष ककोलत महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया हो, इसके बाद भी प्रतिवर्ष 14 अप्रैल से तीन दिनों के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2016 8:40 AM
नवादा (सदर) : बिहार के कश्मीर के रूप में प्रसिद्ध जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर अवस्थित ककोलत जल प्रपात अपनी शीतलता से लोगों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है़ भले ही इस वर्ष ककोलत महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया हो, इसके बाद भी प्रतिवर्ष 14 अप्रैल से तीन दिनों के लिए लगनेवाले विशुआ मेले में शामिल होने के लिए दूसरे जिले व राज्यों से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है़ शनिवार को भी ककोलत जल प्रपात पर हजारों पर्यटकों ने आनंद उठाया़ पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर वहां पहले से ही पुलिस बलों की तैनाती की गयी है़ पर्यटकों को सुविधा देने के लिए ककोलत विकास परिषद से जुड़े कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं.
शराब पर प्रतिबंध का दिख रहा असर: ककोलत जल प्रपात पर शराब प्रतिबंध से व्यापक असर दिखने को मिल रहा है़
अब न तो वहां शराब पीकर कोई हंगामा करता है और न ही शराब पीकर किसी के साथ छेड़खानी की घटनाएं हो रही है़ एक अप्रैल से पहले ककोलत जल प्रपात में स्नान के दौरान ही शराब का सेवन कर कई लोगों द्वारा सैलानियों से मारपीट, छेड़खानी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता था़ इससे पर्यटक ककोलत जल प्रपात आने से खुद को दूर रखते थे़
शराब पर लगे प्रतिबंध का असर यह है कि प्रतिवर्ष ककोलत महोत्सव पर हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचने थे़ शाम होते होते कई पर्यटक शराब के कारण दुर्घटना का शिकार होते थे या शराब के नशे में किसी न किसी झगड़े में शामिल हो जाते थे़ परंतु विगत 15 दिनों से हालात यह है कि देर शाम सात साढे सात बजे तक बेखौफ निर्भीक होकर ककोलत जल प्रपात से खट्टी मिठी यादे लेकर लौटते हैं. इस दौरान उन्हें किसी के साथ न तो झगड़े का डर रहता है और न ही वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना़

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