छह जुलाई को प्रिंस का होना था उपनयन संस्कार

नवादा (सदर) : डिकल छात्र प्रिंस की हत्या से उसके घरवाले ही नहीं पूरा गोणावां गांव ही मर्माहत है. पोस्टऑफिस में काम करनेवाले सुरेंद्र प्रसाद काफी मेहनत से पैसे संयोग कर अपने बेटे प्रिंस को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए कोटा भेजा था. जुलाई में बेटी की शादी के दौरान ही प्रिंस का उपनयन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2016 7:52 AM
नवादा (सदर) : डिकल छात्र प्रिंस की हत्या से उसके घरवाले ही नहीं पूरा गोणावां गांव ही मर्माहत है. पोस्टऑफिस में काम करनेवाले सुरेंद्र प्रसाद काफी मेहनत से पैसे संयोग कर अपने बेटे प्रिंस को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए कोटा भेजा था. जुलाई में बेटी की शादी के दौरान ही प्रिंस का उपनयन संस्कार होना था. प्रिंस के बिना घर खाली-खाली लगता है. ऐसे में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल बना है. स्थानीय ग्रामीण भी बताते हैं कि प्रिंस को किसी से किसी बात को लेकर कोई तकरार नहीं होता था. वर्ष 2014 में ही प्रिंस मेडिकल की पढ़ाई करने कोटा गया था. आखिरी सेमेस्टर की पढ़ाई चल रही थी. हाल के दिनों में एक मई को हुए टेस्ट में भी प्रिंस ने 75 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त किया था.
प्रिंस के पिता सुरेंद्र प्रसाद बताते हैं कि इंस्टीट्यूट के संचालक भी इसके हत्या से मर्माहत हैं. उन्होंने कहा कि प्रिंस कोचिंग का नगिना था, जिसे खो दिया हूं. सुरेंद्र प्रसाद अपने पुत्र की हत्या की खबर पाते ही फ्लाइट से कोटा गये थे. अपने बेटे की हत्या के बाद शव का अंतिम संस्कार कोटा मे ही करके रविवार को नवादा लौटे हैं. उन्हें आशंका है कि मेरे पुत्र प्रिंस की साजिश के तहत हत्या कर दी गयी. समय रहते स्थानीय पुलिस हरकत में आती तो हमारे बेटे की जान बच सकती थी. घटना से प्रिंस की मां का भी रो-रो कर बुरा हाल है.
वे बताती है कि छह जुलाई को प्रिंस का उपनयन संस्कार होना था. लेकिन पहले ही दुश्मनों ने हमारे बेटे को मौत की नींद सुला दी. लगभग 70 वर्षीय दादा अंबिका प्रसाद की आंखें भी रह-रह कर गिली हो रही थी. उन्हें भी अपने पोते की मौत का सदमा बरदाश्त नहीं हो पा रहा है. प्रिंस के मामा राकेश रंजन अभी भी कोटा में ही हैं.
अपने भगीना प्रिंस के हत्यारों को सजा दिलाने व न्याय पाने के लिए गृहमंत्री ओमप्रकाश कटारिया, डीजीपी व डीआइजी स्तर के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाये हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगायी है. इस मामले में गृहमंत्री कटारिया ने राज्यस्तरीय विशेष जांच दल द्वारा घटना की जांच कराने का आश्वासन दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version