107 में 14 दवाएं ही उपलब्ध

सतरंगी चादर बिछाने का जैसे-तैसे कोरम किया जा रहा पूरा नवादा (नगर) : सदर अस्पताल में व्यवस्था में सुधार करने को लेकर जितनी भी प्रयास किये जाते हैं, सभी उल्टे पर जा रहे हैं. राज्य सरकार, स्वास्थ्य मंत्री व राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से नवादा के सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2016 8:46 AM
सतरंगी चादर बिछाने का जैसे-तैसे कोरम किया जा रहा पूरा
नवादा (नगर) : सदर अस्पताल में व्यवस्था में सुधार करने को लेकर जितनी भी प्रयास किये जाते हैं, सभी उल्टे पर जा रहे हैं. राज्य सरकार, स्वास्थ्य मंत्री व राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से नवादा के सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार को लेकर कई बार रिब्यू किया गया. परंतु परिणाम विपरीत होते जा रहे हैं. अस्पताल की कुव्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्रतिदिन बेडों पर बिछने वाली सतरंगी चादर भी गायब रहते हैं.
किसी तरह जैसे-तैसे चादरों को बिछा कर कोरम को पूरा करने का प्रयास किया जाता है. रोगियों की सुविधा को लेकर रोगी कल्याण समिति के सदस्यों की ओर से दिये गये सुझावों का भी अधिकारियों द्वारा पालन नहीं किये जाने के परिणाम स्वरूप मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी होती है. सबसे बड़ी बात यह है कि सदर अस्पताल की कुव्यवस्था के संबंध में जब अधिकारियों से पूछा जाता है तो दो टूक जवाब मिलता है ”मैं क्या करूं”.
सदर अस्पताल में रोगियों के इलाज के लिए राज्य सरकार की ओर से 107 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है. सरकार द्वारा समय-समय पर इन दवाओं की खरीदारी के लिए करोड़ों रुपये स्वास्थ्य समिति के फंड में उपलब्ध कराये जाते है.
परंतु इन दिनों सदर अस्पताल में हालात यह है कि प्रतिदिन आनेवाले लगभग दो हजार रोगियों को महज 14 दवाओं से ही इलाज किया जा रहा है. कॉम्बिफ्लेम, बच्चों के सीरफ व कई जीवन रक्षक दवाएं भी सदर अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. सदर अस्पताल में इलाज कराने आये रोगियों को महज 14 दवाओं से ही इलाज कराना पड़ता है. बुधवार को साढे 12 बजे तक पहुंचे 522 मरीजों को ऐसे ही दवाएं उपलब्ध कराकर काउंटर पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारी सेवा करते नजर आये. इस संबंध में जब काउंटर पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों से पूछा गया तो दो टूक जवाब मिला दवाएं ही उपलब्ध नहीं है, तो मैं क्या करूं. काउंटर पर मौजूद लोगों द्वारा ऐसे दवाओं को बाहर से खरीद लेने की सलाह मरीजों को दी जाती है.
दवाओं की खरीदारी नहीं होने से उत्पन्न हुई समस्या: राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से दवाओं की खरीदारी नहीं किये जाने के कारण सदर अस्पताल में दवाओं की कमी हो गयी है. जल्द ही दवाओं की खरीदारी के बाद यह समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद हसन ने बताया कि दवाओं की खरीदारी के लिए सूची भेजी जा चुकी है. जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के उपरांत दवाओं की खरीदारी जल्द ही कर ली जायेगी.

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